शुक्रवार, 29 अप्रैल 2011

पायलटों की हडताल से निपटेगी सरकार : फ़र्ज़ी पायलटों की सेवा ली जाएगी ....खबरें तुम्हारी नज़र हमारी





इस खबर पर :-पीएसी बैठक में अभूतपूर्व हंगामा , हाथापाई


मेरी नज़र :-ओह अच्छा ..अभूतपूर्व हंगामा ....वाह क्या बात है ..क्या जज़्बा है ..अबे लेकिन अईसा क्या अभूतपूर्व हो गया इस बैठक में ...सीला की जवानी दिख गई कि मुन्नी बदनाम हो गई डार्लिंग तेरे लिए ...अच्छा ई दुन्नो में से कुछ भी नहीं हुआ था तो फ़िर काहे इसे अभूतपूर्व कह रहे हो बे ...सनसनी फ़ैला रहे हो क्या ...ऊ चोटी वाला के जैसे ..। ओहो ..तो हाथापाई हुआ था ...हां तो ये कहो न , लेकिन सुनो रे ..ई लत्तम जुत्तम तो कै बार खेला है भाई लोग ..अब तो साला ई भी सरम नहीं करता है कि संसद में बैठे हैं है संडास में ..कहियों शुरू हो जाता है ..तो इसमें एतना अभूतपूर्व टाईप का फ़ीलींग लाने का क्या जरूरत थी ...आयं । अबे यार ..जब सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेतवन सब एक साथ बैठेंगे तो सब कुछ अभूतपूर्व ही हो जाएगा ......काश कि ई दुन्नो ..आम पब्लिक को अपना मन मुताबिक धरा जाए किसी दिन ...फ़िर देखना असली अभूतपूर्व नज़ारा तो उस दिन का होगा ...ई सब साले भूतपूर्व न हो गए तो कहना ..चलो रे आगे पढें क्या लिखा है ...हुंह्ह ..अभूतपूर्व

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इस खबर पर :-सरकार की जानकारी में था पुरूलिया कांड


मेरी नज़र :- जे बात ..तो सरकार की जानकारी में था ....यार ई तो बाय डिफ़ॉल्टे अंडरस्टुड है कि ...कौनो टाईप का कांड हो , घपला हो , घटोला घोटाला हो ...साला ई सरकार के जानकारी में होता ही है ...बस ई सरकार के जानकारी में ई नहीं है के ससुरा सब देश का पैसा अपना बाप का माल समझ के ऊ अपने चाचा जी के बैंक ...अरे स्विस बैकवा जी और कौन है साला चोरी माल रखने वाला बैंक ...में धर के जमा किए हुए है ..सरकार तो कोर्ट में जाकर कह आई है कै मर्तबे कि कि मीलार्ड ..नय जानते हैं कौन लोग का पैसा है ..जानते हैं तो बता नय सकते हैं ....अरे अपना तारीफ़ कोई अपना मुंह से नय न करता है जी । तो पुरूलिया कांड ..ई वही कांड है न जिसमें हेलीकॉप्टर से लोग बोरा में भर भर के बम बंद्क सब गिराया था ...बताओ यार रोटी , बिस्कुट गिराते तो कोई बात थी ..चलो सरकार जाने उसका जानकारी जाने और उसका कांड जाने ..हमें क्या ..पुर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र

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इस खबर पर :-हडताली पायलटों को अवमानना नोटिस


मेरी नज़र :- हां दे दो ..नोटिस से तो लोग एतना ना डरते हैं कि हमको तो लगता है कि फ़ौरन आ जाएंगे कांपते हुए ..कौन दिया बे नोटिस ..ओह अच्छा अच्छा अदालत भेजी है ...लेकिन ई सरकार क्या कर रही है आखिर ..एकदम्मे पगलेट सरकार है ..अरे अईसे ही आडे समय में न हुनरमंद लोग का सेवा लेना चाहिए था ...बेकारे पिछले दिनों फ़र्जी फ़र्ज़ी कहके केतना लोग को तुम लोग धर पकड के बाहर कर दिया ..अबे जब खलासी कंडक्टर बस टरक चला ले रहा है ...मुंशी सब ओकालत में हाथ आजमा ले रहा है तो ई सब काहे नहीं कर सकता है ..सुनो समय की इहे दरकार है कि फ़ौरन से पेशतर ई हडतलिया सब को छोडा जाए और फ़र्ज़ी सब को बहाल के हवाई जहाज़ को सर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र से उडाया जाए ..व्हाट एन आयडिया सर जी ...हायं

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इस खबर पर :-सात हजार करोड से होगी गंगा साफ़


मेरी नज़र :-का बात कर रहे हो बे ...हमें तो लगा कि सरकार का मंतरी सब पिछला दिन जिस हिसाब से खजाना खाली किया है अब सरकार के पास सोना चांदी के साथ साथ हीरो , खिलाडी , सबको भी गिरवी रख के पैसा उधारी लेने का वक्त आन पडा है लेकिन ...नहीं बे ....सात हज़ार करोड ..फ़िर से ..आयं गंगा साफ़ होगी ...वाह सुनिए के मन खुश हो गया ...सोचिए कि जब सात हजार करोड का झाडू बना के गंगा के ऊपर फ़ेरेंगे तो केतना गुदगुदी टाईप का फ़ील होगा गंगा को भी ..कौन फ़िल्टर लगा रहे हैं ..गंगा सफ़ाई के लिए ..पैसा जादे खर्च कर रहे हैं तो जरूर ऊ वाला होगा जिसका परचार हेमामलिनी जी अपनी दुन्नो बेटिया के साथ करती हैं ..कौन तो है साला कौन केंट प्यूरीफ़ायर ....

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इस खबर पर :-बाजार पर फ़िर महंगाई की मार


मेरी नज़र :-अबे महंगाई मार किस पर पडती है बे ..बाजार पर ..भक्क ..एकदम्मे गदहा हो बे तुम लोग कुछो लिख देते हो ...अबे महंगाई का मार पडता है गरीब आदमी पर ..ऊ कहते हैं न कौन सा किलास ...हां मिडिल किलास ...साला पढ पढ के केतना किलास पास किए ...लेकिन ई अईसन किलास में आके अटक गए कि बस .....महंगाई से लेकर , हरजाई तक ..सबका मार खाली इसी किलास को झेलना पडता है । हां हां जान रहे हैं बाजार पर केतना मार पडता है कौनो ..जमाखोरी में लगा है तो कौनो नक्काली के कारोबार को चार चांद लगाए हुए है ....बेटा जिस दिन गरीब ई मार खा खा के खुद मारने पर उतारू हो गया न उस दिन समझना कि तुम्हरा लुटिया गोल है । ....


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इस खबर पर :-बैंकों के बचत खातों पर मिलेगा अधिक ब्याज


मेरी नज़र :- अच्छा ई तो बहुत घनघोर टाईप खुसखबरी है भाई ..आखिर आज जब सब कोई लूटने में लगा है जनता को तओ कम से कम कोई तो है जो जनता को न सिर्फ़ उसका हक बल्कि अधिक देने का घोषणा हो रही है ..बाह बाह लेकिन यार एक समस्या विकट है ..ई बैंक में जब बचत होईए नहीं रहा है तुम का खाक ब्याज दोगे बे ..अबे इहां मूल धन को तो सरकार चर गई है बाप का माल समझ के ..ब्याज देंगे हट्ट्ट ..हुर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र

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इस खबर पर :-विश्व कप का फ़ायनल फ़िक्स था : श्री लंका


मेरी नज़र :-ओह अच्छा अच्छा ..फ़िक्स था ..काहे से फ़िक्स था मतलब फ़ेवीकोल से फ़िक्स था कि क्विक फ़िक्स से .,...नहीं नहीं जब इत्ता पता हईये है आपको तो ई भी पते होगा ...और कौन किया था फ़िक्स ..इमरान हासमिया तो नहीं किया था ..ओईसे भी जन्नत सलीमा में सब कुछ तो सीखे सिखा दिया था ..लेकिन एक ठो बात बताईये हो रावण एंड सन्स कंपनी प्राइवेट लिमिटेड जी ....अगर फ़िक्स था और भारत जीता है तो ज़ाहिर कि हारने के लिए ही पैसी कौडी लिया होगा भाई जेंटलमैन लोगों ने ..और हारा कौन ..श्री लंका तो कुल मिला के लब्बो लुआब ये कि ......कहना क्या चाहते हो बे यही न कि तुम्हरे मलिंगा , धडिंगा , फ़तिंगा , नंगा सबने पैसे लेकर हरा दिया मैच ..तो तुम जानो और तुम्हरी आसुरी सेना जाने ...ले जाओ सबको और छोड आओ जाफ़ना क्षेत्र में ...चल  निकल ...फ़िक्स था मैच का तो ...



धू मर्दे केतना पढेंगे जी ..बकिया खबर कल पढिएगा

शुक्रवार, 8 अप्रैल 2011

मुस्तैद मीडिया ....तुम्हारे जज़्बे को सलाम ...तुमने पहुंचा दिया पैगाम



मीडिया ....खासकर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर अब इतनी बार उंगली उठाई जा चुकी है और इतनी बार उन्हें लताड पड चुकी है कि लोग अब उन्हें सिर्फ़ तमाशबीन ही मानते हैं । कहा जाता है कि मीडिया का अपना दिमाग नहीं है सिर्फ़ बाज़ार है बाज़ार , सब कुछ खरीदा बेचा जा रहा है । आम आदमी की धारणा इस मीडिया के बारे में कैसी है ये कोई पूछने कहने की बात नहीं है लेकिन इस जनांदोलन में मीडिया ने कमर कस कर जो मोर्चा संभाला है उसने ऐसा जादू किया कि जो लडाई जंतर मंतर बैठ कर अनशन शुरू किए कुछ लोगों ने आरंभ की थी उसे देखते देखते ही देश और यहां तक कि विदेश में रह रहे भारतीयों तक पहुंचा दिया । आज वहां मौजूद एक एक मीडियाकर्मी ..दिन रात ,,,बिना धूप छाया की चिंता किए हुए ..वे लगातार एक एक व्यक्ति का आक्रोश , उसका संदेश , उसकी प्रतिक्रिया ..सब कुछ कवर कर रहे हैं ...इसके लिए वे नि:संदेह बधाई के हकदार हैं । मैंने बहुत सारे मीडिया मित्रों , कैमरामैनों , और अन्य लोगों से बात की तो उन्होंने भी नि:संकोच माना कि इस बार की कवरेज और दूसरी कवरेज में बहुत फ़र्क है ...












तो इस बार मीडिया को ..और मीडिया से जुडे ऐसे तमाम सिपाहियों को हमारा सलाम .....

गुरुवार, 7 अप्रैल 2011

जंतर मंतर से लौट कर -3 ...देखिए कि आज जनसैलाब उमडा है किस आन बान और शान से .



आज एक ही खबर है ..और एक ही नज़र है ...आप खुद देखिए ..ये सिर्फ़ इसलिए ताकि ये आग दिलों से दिलों तक जलती रहे ताकि ..इस आग में जल कर सरकार का अंतिम संस्कार किया जा सके ...आप तैयार हैं मुखागिन देने के लिए ...देखिए ..इन आंखों में ..एक आग धधक रही है ...और इस आग को आप भी जलाइए ..जहां हैं वहीं जलाइए ..



























बुधवार, 6 अप्रैल 2011

पाकिस्तानियों की तरह बडा नहीं है भारतीयों का दिल : क्यों उनका दिल दरियाई घोडे का है क्या ..खबरों की खबर



ताजा माल ............

इस खबर पर :-पाकिस्तानियों की तरह बडा नहीं है भारतीयों का दिल : शाहिद अफ़रीदी






मेरी नज़र :- काहे बे शाहिद ?? पाकिस्तानी लोगों का दिल कौनो ब्लू व्हेल का लगा है कि घडियाल का दिल है बे ..आ कि दरियाई घोडा का है ..ड्रेगन हार्ट तो नय है बे तुम लोगों का ..अबे साले शरम नहीं आता है ..माने अपना देश में जाके कुछो मुंह फ़ाड दो ....बेट्टा अफ़रीदी जान तो रहे हैं कि ई सब काहे के लिए बोले हो ताकि तुम्हरा ठुकाई न हो वहां पे और बुर्का पहिन के न घूमना पडे तुम लोग को ...अबे एक तो पहिले ही तुम अपना बेटिया को सिखा के आ गए थे कि हारने पर मिस्बाह चचा को ही फ़ंसाना ..ऊ एकदम्मे बराबर बोली ..और अब तुम भी शुरू हो गए ।अबे एक बात बताओ खाली .....जो देश कसाब और अफ़ज़ल जैसे लप्पडचोट्टों को ..साले इंसान के भेष में शैतान और हैवान लोग को भी यहां दामाद की तरह बिठा के खिला रहा है ....उस देश का दिल का तुलना कर रहे हो बे ..अबे चल भकलोल ..साले पिटाने के डर से अनाप शनाप बकवास कर रहे हो करे जाओ ..बेट्टा अगिला में भी बहुत थुराओगे ..विश्व कप में तो तुम्हरे नाना भी तुम लोग को नहीं जिता सकते हैं ..समझे बे ..







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इस खबर पर :-मनरेगा में भ्रष्टाचार लाइलाज : योजना आयोग





मेरी नज़र :- हा हा हा हा ..बाह बाह ..ई हुई न बात ....कभी प्रधानमंत्री जी कभी मोंटेक जी ...इंस्टॉलमेंट में अपना अपना मजबूरी को बयान कर रहे हैं ....क्या बात है वाह ? देखिए जी आयोग जी ...अब आप अपना ये मजबूरी का राग अलापते रहिए ..लेकिन अब जनता ने ई जो आप लोगों का मनरेगा मनोरोग ..जिसको आप लोग लाइलाज बनाए और बताए हुए हैं न चोर जी .....अब जनता आप लोगों के गले में ऐसा जंतर बांध के ऐसा न मंतर फ़ूंकने की तैयारी में हैं कि आप अपने मजबूरी समेत ..लुढक लेंगें ..आखिर क्या किया जाए ..कित्ते न मजबूर हैं आप लोग ...तो घर बैठ जाइए न अब ..जनता सडकों पर आ चुकी है ...और जब जनता सडकों पर आती है न तो नेता सडक पर भीख मांगने लायक भी नहीं बचता .....समज गए न ....नहीं...........मेंटॉस खाओ ..दिमाग की बत्ती जलाओ ,...वर्ना जनता तो जला ही देगी ...




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इस खबर पर :-रैना के परिजनों से मिलने पहुंचे राजनाथ





मेरी नज़र :- रैना के परिजनों से ...........हां हां ये तो भूल ही गए थे .,...भई अभी ही तो वो समय है जब सब लोग .....नेता मीडिया , चमचे सब ...खिलाडियों के परिजन , उनके कपडे प्रैस करने वाले , उनके नाना दादा , उनके पडोसी , उनकी गली में गोलगप्पे बेचने वाले , सबसे मिलने पहुंचेंगे और पूछ डालेंगे इन खिलाडियों की सफ़लता का राज़ ....जिसे सुनकर वे खिलाडी खुद भी चकित हो जाएंगें ....कमाल है यार ..गंभीर सोच रहा होगा ....आयं तो वो गंभीर पारी इसलिए मारी थी क्योंकि ...उनको गोलगप्पे खिलाने वाला उनके गोलगप्पे में मीठी चटनी भी डालता था ...देखा न इसे कहते हैं एक्सक्लुसिव मीडिया ...जय हो जय हो ..जय जय हो जी ....अरे जारी रखिए महाराज ..अगले विश्व कप तक सारे परिजनों से बारी बारी मिल ही लेना चाहिए ...ब्लूऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊ
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इस खबर पर :-कुट्टू का मिलावटी आटा खाने से सैकडों लोग बीमार





मेरी नज़र :-ओह ये तो बहुत ही गंभीर बात है ...आखिर कब तक ऐसा होता रहेगा ....कब तक लोग इसी तरह बीमार पडते रहेंगे .....वो भी मिलावटी आटा दाल चावल सब्जी दवाई खा खा कर ..अब तो लोगों को इसके लिए खुद को एडजस्ट कर लेना चाहिए । कमाल है यार ये तो ..मतलब कि ये तो हद हो गई ..आम जनता जब सब कुछ हजम कर रही है पचा रही है .,....भ्रष्टाचारी नेता , घूसखोर मंत्री , निक्कमे अफ़सर और कामचोर अधिकारी तक को लोग आराम से पचा रहे हैं तो मुएं इस कुट्टु के आटे को खाकर लोगों को बीमार पडने की इजाजत कतई नहीं दी जा सकती है ..ये तो सरासर ..विकास को बाधा पहुंचाने के वाली बात है ।




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इस खबर पर :-सीमा पर फ़िर जुटी चीन की सेना





मेरी नज़र :-भई ये चीन की सेना बहुत मेहनती है जब तब सीमा पर आ जुटती है ...कभी वहां लगे पत्थरों पर लाल रंग से कुछ लिख जाती है ..तो कभी कोई और कारनामा कर जाती है ..और सेना ही क्यों वहां के मानचित्र बनाने वाले भी कोई कम मेहनती नहीं हैं ..वे भी हर साल नया मानचित्र तैयार करते हैं ..जबकि धरती के आकार में कोई बदलाव नहीं होता मगर वे पट्ठे कर डालते हैं ..कभी मणिपुर पेंटिंग बना डालते हैं तो कभी नागालैंड पेंटिंग ..वैसे मुझे लगता है कि इस बार वे जरूर ही भारत की बढी हुई जनसंख्या के कारण ये चैक करने आए होंगे कि हमारा स्कोर कितना हुआ है ...




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इस खबर पर :-बस की छत से मिले पांच करोड रुपए





मेरी नज़र :-आयं ...........बस की छत से ...अरे कौन सी बस थी भाई ...यार छत पर बैठ के तो हम भी खूबे चले हैं लेकिन आज तक मुईं ऐसी एक भी बस नहीं मिली कमबख्त जिस पर पांच करोड , पांच लाख तो दूर पांच रुपए तक नसीब नहीं हुए ....अबे मिले किसको ये पांच करोड यही बता दो ...हाय हाय बस मालिक को , ड्राइवर को , कंडक्टर को अबे कौन है वो किस्मत वाला ...धत तेरे कि ...किसी को भी नहीं सरकारी खाते में गए ..अबे तो ये बोलो न कि जिन चोरों के थे उन्हीं को मिल गए दोबारा से ..।




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इस खबर पर :-दिल्ली है देश का सबसे प्रदूषित शहर





मेरी नज़र :-हां तो इसमें खबर जैसी कौन सी बात है भई ...दिल्ली ही होगा ...यार सीधी सी बात है कि जब देश भर से चुन चुन कर सबने अपने सबसे गंदे लोगों को यहां बाकायदा एक बडा सा गोलघर दे दिया है गंद फ़ैलाने के लिए ..खाने और मल त्यागने के लिए ..इनके साथ ही सभी बडे बडे अधिकारी भी न सिर्फ़ अपना सारा दूषण बल्कि अपनी गाडी , अपने घरों का गंद भी उगल रहे हैं रात दिन उगल रहे हैं तो फ़िर दिल्ली को फ़र्स्ट पोजीशन पाने से कौन रोक सकता है भला । और तनिक रिजल्ट का दायरा बढाइए तो ..सिर्फ़ प्रदूषण ही नहीं अपराध , दुर्घटना , जैसे कारनामों में भी फ़र्स्ट पोजीशन ही पाएगी दिल्ली ...और सरकार हमारी दिल्ली प्यारी दिल्ली डिरियाते डिरियाते ही झूम रही है




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इस खबर पर :-दो और फ़र्जी पायलट गिरफ़्तार हुए





मेरी नज़र :-अबे अब क्या हवाई जहाज़ों को उतार उतार के भी गिरफ़्तार कर लोगे क्या ..अरे उडा लेने दो यार ..जब इत्ते बरसों से वो हवाई जहाज को बस कार और बाइक की तरह उडाए चले जा रहे हैं ..अब पसिंजर को कौन सा पता होता है कि भाई लोगों ने पायलट बनने का लायसेंस भी मोटर ड्राइविंग स्कूल के दलाल को देकर ही सस्ते में तभी बनवा लिया था जब उसने नकली ड्राइविंग लाइसेंस बनवा के दिया था ।फ़िर ये कौन सी नई बात हुई भला ..आखिर ..जब कंडक्टर को ड्राइवर बनते हुए नहीं रोका जा सकता है और वो भी धडाधड चला ही रहे हैं बस तो फ़िर पायल्ट क्यों नहीं ..फ़िर लिखा भी तो होता ही है कि सवारी अपने सामान का ध्यान स्वयं रखें ..अब लिख दिया जाएगा कि सिर्फ़ सामान का ही नहीं अपना ध्यान भी खुद ही रखें




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इस खबर पर :-बाचा की मौत के मामले में सीबीआई ने शुरू की जांच





मेरी नज़र :-अरे सीबीआई ने फ़िर शुरू कर दिया क्या जांच जांच खेलना ....वैसे सीबीआई को आरुषि केस में मिली अपार सफ़लता के बाद कुछ दिनों के रेस्ट का किटकैट ब्रेक तो बनता ही था ..लेकिन सरकार है कि घूमफ़िर कर सीबीआई को हर बार ये मैच खेलने का मौका देती है ..अरे भाई बांकी एजेंसी भी तो हैं फ़िर जब रिजल्ट सेम टू सेम ...और शेम शेम वाला ही निकलना है तो फ़िर ..सीबीआई को ही अकेले ये क्रेडिट लेने क्यों दिया जाए ..होमगार्ड जवानों को ही दे देनी चाहिए ..सीबीआई को अब कुछ दिनों तक ..चौकीदारी का काम करने के लिए दे देना चाहिए





आज की राम राम ...मिलते हैं अगली खबर और उस पर मेरी नज़र के साथ .......