सोमवार, 28 मई 2012

गर्मी पे चढा शबाब , और आदमी भुन के हुआ कबाब ..........


गर्मी की मार से हो सकती है आपकी सेहत खराब ,
सेहत खराब , अजी यहां तो दिमाग का दही हो गया जनाब ,
(गर्मी पे चढा शबाब , और आदमी भुन के हुआ कबाब )


पीएम पर भ्रष्टाचार के आरोप गलत हैं , ऐसा कह रही है सरकार ,
अपने अपने हाथ उठाओ , इसपे किसको किसको है भरोसा यार ,
(अमां हाथ उठाने को कहे हैं हो , आप लोग तो जुत्ता उठाने लगे , भगिहे रे सरकार )


कम होगी पेट्रोल की आग , पेश होगा दिल्ली का बजट आज ,
हां हां साले जरूरे होगा , दिल्ली में तो चल रहा है जैसे राजा हरीश्चंद्र का राज ,
(अबे हट , हुर्रर्रर्रर्र ..ई थेथरलोजी से जनता को लेमनचूस चुसा रहे हो बेट्टा , आवे दो अबके चुनाव )


कडप्पा के सांसद जगनमोहन को सीबीआई ने कर लिया अरेस्ट ,
अबे एक एक करके का धर रहे हो ,सबको पकड लो एक्के साथ , परमानेंटली रेस्ट ,
(साला देशवो को आराम , आ कम हो जाएगा तुम लोक का भी काम , बहुत भुसकोल सीबीआई है , बाई गॉड की कसम)


बाबा रामदेव ने फ़िर साधा प्रधानमंत्री पर निशाना ,
धू बाबा , आप चूक जाते हैं , अबकि ठीक से लगाना ,
(बाबे निशाना चाहे जैसा लगाना , मगर लोगन को बीच में छोड के ससर नहीं जाना , साधु धर्म निभाना )


दिल्ली विधानसभा में महंगाई के मुद्दे पर नहीं की जाएगी चर्चा ,
अबे फ़ालतू टॉपिक है महंगाई तुम लोग बस बढाए जाओ अपना, वेतन-भत्ता खर्चा
(साले आ रही है परीक्षा , देखना अबकि जांचेंगे हम पर्चा )


कन्नौज से डिंपल यादव के प्रत्याशी बनने पर सपा संसदीय बोर्ड की लगी मुहर ,
अबे बेटा बाप बहू ,सगरो फ़ैमिली ही नेता जाओगे , त बकिया लोग जाएगा किधर ,
(ई पोलटिसवो ससुरा फ़ैमिली बिन्नेस बन के रह गया है , ई मंतरिया सब अपना माली , चौकीदार , हज्जाम , सबको मुनिस्टर बना लेता है , इहे लोकतंतर है )


उत्तराखंड में भी अब बेरोजगारों को मिलेगा बेरोजगारी भत्ता ,
अबे नौकरी दो बे सबको , कब तक बहलाते रहोगे बांट के , रोटी कपडा लत्ता ,
(कमाल है साला देश का , लोगों को करने के लिए काम नहीं दे सकती  है गोरमिंट, बार बार खिला के क्लोरमिंट , कहती है दोबारा मत पूछना  )


सुषमा स्वराज: रैली में शामिल न होने के पीछे नहीं है कोई मतभेद ,
इहे तो साला पिराबलेम है , जनता ढूंढ रही है विकल्प , आ तुम लोग अपने छेद ,
(अबे जेतना गैप , संका , समाधान है सब पूरा कर लो इलेक्शन से पहिले नय तो जो दु आना का चानस है है नू उहो भेदमभेद हो जाएगा , का समझे )


उत्तर पिरदेस में है दम , काहे से यहां अपराध हैं बहुते कम ,
बस नेतवन सब हैं नराधम , विधानसभा में मचावे धमाधम ,
(एकदम सेम टू सेम है , पाल्लामेंट टाईप से इसपोर्टिंग इसपिरिट है )


ल्यो जी दिल्ली में , एक रुपैय्या छब्बीस पैसे , पेटरोल का कीमत हो गया है कम ,
अरे रुकिए, पूरा सुनिए ,  सीएनजी गैस एक रुपैय्या पचहत्तर पैसा हो गया गरम ,
(हम तो पहिले ही कहे थे , ई बुढिया को नय समझिए कम )


75 रुपए की रिश्वत के लिए , अदालत ने दी एक साल की सज़ा ,
धत बुडबक था साला , 75 करोड लेता तो भरपूर ले रहा होता मज़ा,
(उदाहरण है न सामने रज्जा ....ए रज्जा )


टीवी नहीं , आज के युवा , अब हैं , मोबाइल के दीवाने ,
हां हां जानते हैं बे , पहले थे बौराए , अब लगे हैं पगलाने ,
(गर्दन टेढा करके बाइक पे ससुरे लगे रहते हैं मोबलियाने , खुदो मरते हैं आ सामने बला को भी मारिए देते हैं )


बोले हैं प्रणव दादा :रिजर्व बैंक जुटा है रुपए को संभालने में ,
आ जेतना संभलता है टोटल मंतरी जी जुट जाते हैं उसे ठिकाने लगाने में ,
(दुन्नो का डेडिकेसन देखिए , रुपया गिरता जाता है , मंतरी जेब भरता जाता है )


दादा ने ईशारों में बताया कि वे राष्ट्रपति भवन जाने को हैं तैयार ,
ईशारों में , ल्यों कल्लो बात , मुंह फ़ाड के बताने वालों की है इत्ती बडी कतार ,
(अबकी तो कंपटीसन ही करा दो यार , परसिडेंट बनने को कित्ता मचा रे काट मार )


नया कानून है आ रहा , निजि क्षेत्र में भ्रष्टाचार पर जिससे लगेगी लगाम ,
ल्यो और सुन लो , निजि क्षेत्र में , अबे नंगों पहिले सुधारो अपना तुम हमाम,
(निजि क्षेत्र में लगाम लगाएंगे , आ सार्वजनिक को बाप का माल समझ के लूट खाएंगे , एक ठो और कानून , धत साला )


नेपाल में संवैधानिक संकट, फ़िर से है मंडराया ,
तो का,महीना में पांच ठो पीएम बदलने में चंपियन हो भाया ,
(फ़ौरन कौनो को बिठा दो , अगिला दिन कान पकड के उठा दो )


आरटीआई के तहत त्वरित सूचना देना सुनिश्चित करेगी सरकार ,
हां पता है क्या करेगी , सिर्फ़ एक बरस में उन्नीस पूछने वाले दिए गए हैं मार ,
(जनता बना रही इसे हथियार , एक दिन करेगी तुम्हरा बंटाधार )


समाजवादी पार्टी की नई भूमिका , अब चाहते हैं मुलायम ,
लेकिन उनका पिरदेस में , काहे फ़िर इतना मचा है धमाधम ,
(अबे ई लोग बहुत साल पहिले भी माईक कुर्सी खैंच खैंच के लोकतंत्र को बहुत मजबूत किहिस था , आज त खाली हाथे भांज के आ नारा लगा के निकला है हाथी बहादुर सब)





बोले हैं ऑस्कर फ़र्नांडीज़ , हम एक सशक्त लोकपाल बिल लाएंगे ,
तनिक सामने आके बोलिए किसी के , ऊ आपके मुंह में आग लगाएंगे ,
(अब तो आप इहे फ़रमाएंगे , लेकिन आपको एक दिन हम जरूर समझाएंगे )


बोले बाबा रामदेव : काले धन को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित करे सरकार ,
काला धन , इहां साला सफ़ेद धन को दिन रात खा खा के मार रही डकार ,
(ई का घोषित करेगी यार )

1 टिप्पणी:

  1. भुन के कबाब हो आदमी या सूख के पत्ता
    अब तो सच में होइहें वही जो राम रचिराखा
    ................ तारीफ़ की करें भाई , गर्मी से बच के रहिये और रोज बर्थडे मानिए - पेट्रोल गिफ्ट में मांगिये

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