खबर :- लौटें या कार्रवाई को तैयार रहें हाकी खिलाडी
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नज़र :- हां , बिल्कुल ठीक बात है , यार हद है , बताओ भला राष्ट्रीय खेल के खिलाडी इस तरह से करेंगे तो कितना बुरा असर पडेगा मालूम है। बच्चे तो भूल भी जाएंगे कि राष्ट्रीय खेल हाकी है , और सब क्रिकेट के दीवाने हो जाएंगे । इसलिए इस कदम का समर्थन किया जाना चाहिए । मैं तो कहता हूं कि हाकी खिलाडियों को मिलने वाली तमाम सुविधाएं, लाखों करोडों का बैंक बैलेंस, उनका वो स्टार स्टेटस, विज्ञापन के इतने सारे राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय अनुबंध , और इस तरह की तमाम सुख सुविधाएं वापस छीन लेनी चाहिए .....। आयं , क्या कहा ...ये सब तो उन्हें मिल ही नहीं रही है .......अबे तो क्या खाक कार्रवाई करोगे बे...। जब दिया ही कुछ नहीं है तो लोगे क्या ..?????
खबर :-बार में गोली चलाने वाले विधायक पुत्र को मिली जमानत
नज़र :- इसलिए तो मुझे इस देश की न्याय व्यवस्था पर अभी भी पूरा विश्वास है । एकदम से परख लेते हैं कि कौन किस लायक है । अब बताईये इतनी शानदार क्वालीफ़िकेशन के बाद भी यदि उसे यदि जमानत नहीं मिलती तो फ़िर काहे का न्याय जी । अब विधायक पुत्र है तो गोली ही चलाएगा न , कोई हमारी तरह फ़टा हुआ स्कूटर तो चलाएगा नहीं, और फ़िर बार से उपयुक्त जगह है कोई इस काम के लिए आप ही बताईये भला । और सबसे अच्छी बात तो ये है कि इस गोली से कौन सा कोई जेसिका लाल मर्डर जैसा कुछ हुआ था जो उन्हें जमानत नहीं मिलती । हमें तो इस खबर से जितना भरोसा लोकतंत्र पर हुआ है उतना ही अटूट विश्वास न्यायव्यवस्था पर भी हुआ है____________________________________________________________
खबर :-तैरते रेस्तरां पर होगी नीतिश कैबिनेट की बैठक
नज़र :- डूबते हुए राज्य के लिए सारे फ़ैसले तैरते रेस्तरां पर ......व्हाट एन आईडिया सर जी । तभिए न सब कह रहा है कि ग्रोथ रेट देखिए ,बताईये एतना नायाब आईडिया लाए हैं कि सब पानी पानी हो गया है । ओईसे हमको आपका ई उत्तम विचार का टाईमिंग तनिक मिसमैच किया हो नीतिश जी । अपने इहां तो हर साल बाढ अईबे करता है । तब तो पूरा बिहार ही तैरता हुआ रहता है , तब तो चौपाल की बैठक से लेकर , कैबिनेट की बैठक तक सब कुछ एक दम स्वीमिंग करते करते हो सकता था । बताईये हमरा आईडिया आपके वाले से ज्यादा टैण टैणेन है न ????____________________________________________________________________________
खबर :-आश्वासन के बाद भी क्यों नहीं रुक रही आस्ट्रेलिया में हिंसा :कृष्णा
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नज़र :- लो जी अब ये और नई बात लो । कृष्णा साहब पूछ रहे हैं कि , भैय्या कंगारू लोग तुम लोग जो वादा किए थे कि अब अपने बबुआ लोगों को नहीं मारेंगे पीटेंगे तो फ़िर काहे नहीं वादा पूरा किए ?? का कृष्णा जी , इ ससुर आस्ट्रेलियन सब को आप चीन्हते नहीं हैं का । सब ई राज ठाकरे का विदेशी आस्ट्रेलियाई संसकरण है जी । मानेगा थोडी, जब उनका क्रिकेट खिलाडी सब बार कुछ न कुछ कर कह जाता है तो ऊ तो आम पब्लिक है । और आश्वासन की बात तो कीजीये मत । आपके पडोस में बैठे , पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश, चीन रोजे कितना आश्वासन करता है ???और फ़िर निभाता कितना है ई आपको पता ही होगा । आस्ट्रेलियन सरकार को जरा कायदे से समझाईये /धमकाईये तब समझ में आएगा उनके ॥
खबर :-ज्योतिषी नहीं हूं जो बता दूं कब सस्ती होगी चीनी ,: पवार
नज़र :-अरे धत तेरे कि क्या पवार साहब । आप पहले बताते कि ये आपका काम नहीं है और ये ज्योतिषी बताएंगे कि चीनी कब सस्ती होगी । आप तो खाली बिना पावर वाले पवार हैं जी । यदि यही बात है तो फ़िर हम खुदे जान जाएंगे , सुन रहे हैं न अपने ब्लोग के ज्योतिषी लोग । जल्दी से बताईये ....अरे हमको नहीं जी .....पवार साहब को बताईये । आखिर ऊ मंत्री हैं कुछ न कुछ तो कहना ही पडेगा न उनको भी ॥वैसे तो इसका एक दम सिंपल जवाब ई है कि चीनी तब सस्ती होगी जब देश वासियों को , लगभग अस्सी प्रतिशत को डायबिटीज हो जाए तो , जरूर सस्ती हो जाएगी ??? ऐसा हमारा आकलन है जी
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खबर :-राष्ट्रमंडल खेल के लिए मच्छरों का होगा सफ़ाया
नज़र :- जे बात ! और सबको लग रहा था कि राष्ट्रमंडल खेलों के लिए कोई तैयारी ही नहीं हो रही है , बताईये भला । देश की एक अति प्राचीन परंपरा ( जिसमें मेहमानों का परिचय मेजबान के घरों के मच्छरों से जरूर हो जाता था ) को भी बदलने के लिए तैयार है सरकार और इसके लिए बाकायदा योजनाएं भी बनाई जा रही हैं । मगर इस सुनहरी योजना में बस एक गडबड हो रही है कि सुना है कि अपने देसी खिलाडियों का कहना है कि उन्हें यदि इस देसी फ़ैसिलिटी( जिसमें उन्हें खटमल मच्छरों के साथ अभ्यास की आदत हो गई है )तो राष्टमंडाल खेलों के दौरान यदि उस सुविधा से वंचित किया गया तो फ़िर बाद में न कहना कि मैडल नहीं ला पाए .....हां नहीं तो कहे देते हैं ॥
बहुत खूब! तालियाँ!!
जवाब देंहटाएंआपका है अंदाज़े बयां कुछ और
वैसे यह बात बिल्कुल ठीक है कि
हाकी खिलाडियों को मिलने वाली तमाम सुविधाएं, लाखों करोडों का बैंक बैलेंस, उनका वो स्टार स्टेटस, विज्ञापन के इतने सारे राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय अनुबंध , और इस तरह की तमाम सुख सुविधाएं वापस छीन लेनी चाहिए .....।
बी एस पाबला
भाई, आप तो पक्के टिप्पणीबाज हैं।
जवाब देंहटाएंखबरों की खबर,पर आपकी है पारखी नज़र....भारतीय हाकी टीम की यह दशा देश के राष्टीय खेल हिट में कतई नही है..एक ओर जहाँ क्रिकेट खिलाड़ियों को मालामाल किया जा रहा है वही हाकी का ये हाल है...
जवाब देंहटाएंएक से एक झन्नाट..मजा आ गया!!
जवाब देंहटाएंडूबते हुए राज्य के लिए सारे फ़ैसले तैरते रेस्तरां पर ......व्हाट एन आईडिया सर जी
वाकई!!
चलिए,आपका ये ब्लॉग खुला तो सही....क्लिक करने के बाद मैं सारे देवी देवताओं को याद कर रही थी कि ये वाली तो खुल जाए..
जवाब देंहटाएंपहली बार देखा, ये ख़बरों पे नज़र....कमाल का अंदाज़-ए- बयाँ है...ख़बरें भी चुन चुन कर लाये हैं...बड़ी पैनी नज़र है शुक्रिया
अरे, अजय जी,दिल से लगा लिया आपने लगता है...हर टिप्पणी में जिक्र कर जाते हैं...कोई गल नहीं...पर अनजाने में ही सही..यह आपका ही किया हुआ था.....हर बार मेरा ही ब्लॉग नज़र से कैसे छूट जाता था...:)
(हम भी लाद लाये वहाँ से...आपके लिए जहाँ लिखी थी.)
अजय भाई,
जवाब देंहटाएंहॉकी की ये दुर्दशा उसी दद्दा ध्यानचंद के देश में हो रहा है जिन्हें १९३६ के बर्लिन ओलंपिक्स के बाद हिटलर ने कहा था कि जर्मनी आ जाओ, फील्डमार्शल बना दूंगा...दद्दा का जवाब था...मैं भारत में ही ठीक हूं...वो मेरा देश है....
आपको लोहड़ी और मकर संक्रांति की बहुत बहुत बधाई...
जय हिंद...
जबरदस्त ... क्या बात है .....बहुत खूब
जवाब देंहटाएंखबर पर नज़र का ये अंदाज़ तो अद्भुत है मज़ा आ गया ...निरंतरता बनाए रखें तो और आनन्द आयेगा।
जवाब देंहटाएंखबरों की अच्छी खबर लेव्ते हैं बधाई
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी लगी यह रचना।
जवाब देंहटाएंमकर संक्रांति पर्व की हार्दिक शुभकामना।
bahut hi achchi khabren..janab....
जवाब देंहटाएंlay banaye rakhen....aapko naye saal ki shubhkaamna...