गुरुवार, 7 अप्रैल 2011

जंतर मंतर से लौट कर -3 ...देखिए कि आज जनसैलाब उमडा है किस आन बान और शान से .



आज एक ही खबर है ..और एक ही नज़र है ...आप खुद देखिए ..ये सिर्फ़ इसलिए ताकि ये आग दिलों से दिलों तक जलती रहे ताकि ..इस आग में जल कर सरकार का अंतिम संस्कार किया जा सके ...आप तैयार हैं मुखागिन देने के लिए ...देखिए ..इन आंखों में ..एक आग धधक रही है ...और इस आग को आप भी जलाइए ..जहां हैं वहीं जलाइए ..



























9 टिप्‍पणियां:

  1. आभार जोड़े रखने के लिए अपने साथ हमें भी....जय हो!!

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  2. इस खबर के लिये ओर चितो के लिये धन्यवाद, हम भी इस मे अन्ना हजारे जी के संग हे जी.
    जय हिन्द

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  3. चित्रों के साथ खबर देने के लिए आभार.

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  4. जनता को लम्बे समय तक न तो मूर्ख बनाया जा सकता है और न कुचला जा सकता है. यह क्रान्ति का समय है . समय करवट ले चुका है, मिस्र .....लीबिया .......और अब भारत. इस क्रान्ति यज्ञ में पूरा देश अन्ना के साथ है. किन्तु सजग रहना होगा ...कहीं फिर अवसरवादी मलाई न मार ले जाएँ ......हर बार यही तो होता आया है. पर इस बार समग्र क्रान्ति के लिए तैयार रहना होगा सबको. पूरे जोश और होश के साथ.

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  5. सुबह होने को है, माहौल बनाये रखिये

    धन्यवाद

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हमने तो खबर ले ली ..अब आपने जो नज़र डाली है..उसकी भी तो खबर किजीये हमें...