रविवार, 11 मई 2014

खडी खबड >>>>व्यंग्य बाण/पंच लाइन





#खडीखबड :गांव से मल्हू काका का फ़ोन आते ही हमने पूछा , " कक्का ,लहर के बारे में कुछ बताइए
बकौल मल्हू कक्का : बजाज का पंखा ..................करते सबको हक्का बक्का ......पक्का
उधियाते रहो ..........
 
 
#खडीखबड : पद छोडने से पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह करेंगे देश को संबोधित
आखिरी भाषण में वे कहने वाले हैं .............................................ढाक्कि टिक्की ढिक्कि टिक्की आउ 
 
 
खडीखबड : चुनाव आयोग ने दी क्लीन चिट राहुल का पोलिंग बूथ में घुसना गलत नहीं था
आयोग का कहना है कि अगर राहुल ई वी एम मशीन में घुस जाते तो कडी कार्वाई करते  
 
 
#खडीखबड : चुनाव आयोग किसी से भी नहीं डरता : मुख्य चुनाव आयुक्त
तो चुनावे आयोग से कौन डरता है भला : एकदम्मे मुख्य नहीं पोलटिशियन ...
घंटे से घंटा टकराए तो ..घडीघंटा हो अंजाम
 
 
#खडीखबड :अगड आम चाहती तो मोदी को कोलकाता में घुसने नहीं देती : ममता दीदी
पत्रकार : लेकिन फ़िर आपने उन्हें आने क्यों दिया ??
ऊ भी तो बंगाली हाय न , इसलिए .........
पत्रकार : बंगाली ? ? ? ?
आउड क्या ...उनका सारनेम (surname) नाय सुना आप ...अबकि बार .."मोदी सोरकार"
सोरकार बोले तो बंगाली सारनेम ........ई कि गोंडोगोल होच्चे रे बाबा 
 
 
#खडीखबड :नर्सरी दाखिले की तिथि न्यायालय ने और आगे बढाई
मुझे अभी सिर्फ़ चुनाव के बारे में सोचना है , मेरे दाखिले के लिए मम्मी सोचें :राहुल गांधी
 
 
#खडीखबड :कई कांग्रेसी मंत्रियों के लिए अपनी साख बचाना भी बडी चुनौती
और देश की साख ..........................उंह्ह्ह यहां अपनी साख पर बट्टा लगा है आपको देश को पडी है ....अरे आप को नहीं आपको 
 
 
#खडीखबड :"झूठों के सरदार" को न चुनें अपना प्रधानमंत्री : सोनिया गांधी
हमारे वाले , मोहन/मोंटेक तो , "खूंटों के सरदार" हैं , जहां बांध दिया , वहीं पडे रहते हैं ...
 
 
 
स्मृति ईरानी : क्योंकि सास भी कभी बहू थी ....टैन टैने टैन टैन ..टैन टैने टैन टैन
फ़रफ़ेसर साहेब : अबे कोई दीवाना कहता है , कोई पागल समझता है ..
मगर पहचान सब लेते हैं
राहुल गांधी : जिंदगी संवार दूं , इक नई बहार दूं ,
दुनिया ही बदल दूं , मैं तो प्यारा सा चमत्कार हूं
मैं हूं .........सबका प्यारा डोरेमॉन  
 
 

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