गुरुवार, 14 अक्टूबर 2010

आज के बुलेटिन होशियारपुर से ...खबरें नई ..नज़रें वहीं ... फ़्रॉम जस्ट झाजी आईज़ ..आईज़



खबर :- मैं रोमांटिक हूं : सोनम कपूर

नज़र :- ओह अच्छा दिल्ली छ से के इत्ते दिनों बाद आप रोमांटिक हुई हैं ...चलिए फ़िर ठीक है ..सुनिए न ...अब आप डिक्लेयर्ड रोमांटिक टाईप हो गई हैं तो फ़िर तो एक्टिंग खाके करिएगा ..चलिए कोई बात नहीं ओईसे भी पापा कपूर बॉलीबुड हॉलीवुड ,,,सब जगह धर के कूट रहे हैं ..नावां ...तो आप तो बस मस्सकली मस्सकली करती जाईये । अरे हां ...ई बतवा जिसके लिए कहीं हैं ..ऊके पत्नी का नाम का है...अरे देखिए देखिए ईमें गोसियाने का का मतलब है ...आप लोग जब भी रोमांटिक होते हैं नू ..तो कौनो बेचारी का घर फ़ुटिए जाता है ...हे राम का कह रही हैं आप ..ई आपको पते नहीं था ..फ़िर ससुरा ई रोमांटिकियाने का कोन फ़ेदा है जी ??

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खबर :- एक्सपोज मरजी से करती हूं : नीतू चंद्रा

नज़र :- लो एक ठो तो खाली रोमांटिके हुई थी कि इहां आ गयी उससे भी बडकी नंगटी ...आयं बिटिया ..एतना जबर्दस्त रेस चल रहा है कि , इतना जल्दी अपना मर्जी से एक्सपोज करने लगी हो । हां भाई आखिर "ट्रैफ़िक सिग्नल "पर खडा खडा रह कर कोई केतना एक्सपोज कर सकता है ...अच्छा तनिक ई बताइए न ..एक तो आप लोग डायरेक्टर का मर्जी ...से एतना सेक्सपोज ....ओह माने एक्सपोज कर देती हैं कि पब्ल्कि का तो हॉलवे में माय गे ..बाप रे हो जाता है ..त जब अपना मरजी से करिएगा तो ...का जुलु म कर दीजीएगा हो ...चलिए भाई.....ए जनता लोग ..अरे ए ..सुन लोग ..आउ नोट कर लो ..ई महान अदाकार का जब भी सलीमा आए नू ..तो गलती से फ़ैमिली शो न देखने चल जाना समझे बेटा ..सुन रहा है न रे ....कि खो गया अभिसे से ..
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खबर :- आज बिजली बंद रहेगी

नज़र :- बंद रहेगी ...क्यों बे काहे बंद रहेगी ..बे ..कौमन वेल्थ का खिलाडी सबको ..चार्ज करके भेजोगे का ..न त फ़िर ..ई तुम्हरी खाला का बक्सा है कि जब मन किया कह दिए कि .आज बिजली बंद रहेगी ..अरे कुछो नहीं बंद होना चाहिए ..पता है ई तुम लोग का हरकत के कारण केतना लोग अपने गाम का फ़ुलेसरा को करोडपति बनते हुए नहीं देख पाने के कारण प्रेरित नहीं हो पाता है ..और तुम लोग खाली ..आज बिजली नहीं आएगी .....आज पानी नहीं आएगी ..बस इतने में पूरा नौकरी निकाल देते हो ..लाईट तो एकदम भकाभक ..का समझे ...
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खबर :- काश कोई मिल जाता : कंगना रानाऊत

नज़र :- ल्यो ...एक ठो आऊर आ गईं ..बियापक ..काश कोई मिल जाता ...कोई मिल जाता कि ..कोई और भी मिल जाता ..आ कि फ़िर से कोई मिल जाता ...हमको तो पता है कि आपको ऊ शेखरवा का बेटवा मिला था जी ..अरे मिला का था बल्कि कहिए तो पगला गया था आपके लिए ..अरे का नाम था उसका ...ऊ भी कौनो सुमन था ..छोडिए न..गार्डन का तो पता हईये है न ..उसीका सुमन था ..तो ऊ तो एतना जोर पगलाया हुआ था कि ....बाद में जब उसका बाप धमकाईस है कि ....देख लो , बांकी अभी हमको भी लोग जवान ही कहता है ऐहे से कल को कुछ उपर नीचे हो गया त ..ओईसे भी त खाली सुमन से पहले का ही तो फ़र्क है न ..छौंडा तब जाके बिदक के छोड दिया । अरे मिलेगा जी काहे नहीं मिलेगा ....सुनिए कौनो ब्लॉगर जमेगा का ..नहीं नहीं देखिए इ सब अफ़वाह है कि ..ऊ सब निठल्ला होता है ..अरे अईसा नहीं है ..सुनिए न अरे सुनिए तो ...धू जाओ ससुरी मरो ..भगवान करे तुमको ..काश कोई नहीं ...काश एतना कोई मिले ..कि परेशान हो जाओ

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खबर :- बेकाबू होता डेंगू

नज़र :- लो ई कंट्री कराएगा ओलंपिक और इनको ...राष्ट्रसंघ में का तो स्थाई सदस्यता चाहिए ..पूरा वर्ल्ड को काबू में करेंगे ..अरे ए महाराज तनिक अपना अऊकात देखल जाय हो .....पहिले तो कौमनवेल्थ में तू लोग साला ..एतना न कुत्ता बंदर ,,बंदर कुत्ता किया कि ..लगने लगा कि ..ई गेम्स में सबसे जादे कौमन चीज़ कुत्ते है ..आऊर अब ई जाते जाते ..मच्छरवा सब भी तुम लोग का पिछवाडा सुलगाए हुए है .....अरे यार सीधा सा मतलब है ऊनका खुराक चाहिए आ दिल्ली में सरकार दारू को एतना फ़्री कर दी है ..आधा लोग के अंदर तो दारू का ही प्लेटलेट्स बनने लगा है ..मच्छरवा सब करे तो का ..अब तो ससुरा ऑस्ट्रेलिया का भी वीजा न ले रहा है कोई ..हालात ठीक नहीं है न
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खबर :-प्याज के बाद अब रुलाएगा आलू

नज़र :हां तो हमको उम्मीद भी यही था कि ...आलू भी कांग्रेसी है ..जिसका हाथ ..और खाली हाथ ही ..आम आदमी के साथ है और आम आदमी ....यही सोच रहा है कि जब सरकार का हाथ ही मेरे साथ जुडा हुआ है तो फ़िर ..भईया हम भी दुर्गा माता ही हैं ..फ़िर तो ....और इतनी शक्ति के बावजूद जईसे आलू प्याज अपने पांव पे खडे होते हैं ....सरकार का हाथ और ...और आम आदमी का हाथ एकदमे अईसन जुडता है कि बस ..

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खबर :- किसानों को खुश करने की तैयारी

नज़र :-अरे काहे भाई ....हम ठीके पढ रहे हैं न ...अरे इलेक्शन का केतना दिन है हो ....ई अईसन सुनहरा नारा सब तो यही मौसम मे सुनाई देता है ..किसान को खुश कर देंगे .....गरीब को ट्वेंटी ट्वेंटी टीम खरीद देंगे ....भिखमंगा सबको ....सुरेश कलमाडी के साथ ज्वाइंट अकाऊंट खुलवा देंगे ....कनहा कोतरा को ...मल्लिका शेरावत के साथ हिस्स का लाईव प्रीमियर देखने को मिलेगा ...रे भाई ई पगलाया टाईप बयान उयान मत दिया कर यार ....न्यूज वाले इसे भी यूज ले रहे हैं .....

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खबर :- नशामुक्ति केंद्रों के लिए बनेगा कानून

नज़र :आयं नशामुक्ति केंद्र के लिए ही बनेगा कानून ...हां हां बनाओ बनाओ ..साला ई देश में किसी के घर रोटी बने न बने ...उसके लिए कौनो कानून जरूर बन रहा है ..ई लोग का कुकर केतना कमाल है रे ..हर हमेशा ही कानून बना देता है ई में ..। रे भाई एक ठो बात तो बताओ ..जब तुम लोग का कानून ई नशेडी सब अपना ठर्रा के बोतल में घोंट के पी जाता है तो फ़िर ....उसका मुक्ति केंद्र के लिए का करोगे कानून बनाके ...अच्छा अच्छा ..कुकर खाली होगा न..बनाओ बनाओ जी
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खबर :-रेस्टोरेंट सिखा रहा है ग्राहक से फ़्लर्ट करना
नज़र:- हें हें हें जरूर ई खबर ..अमरीका का ही होगा , न त फ़्रांस जर्मनी, इंग्लैंड ..कोईयो देश हो सकता है .....भारत का लोग को अभी एतना तमीज कहां आया है कि....कम से कम जो यूथ अपना पॉकेट मनी बचा बचा के ....उन लोग के रेस्टोरेंट आने पर एतना कंप्लीमेंटरी सर्विस ही दे दे ..बेचारा कै ठो तो ..खबर सुनिए के मारे खुशी के बौरा जाएगा ..काहे से कि अभी इंडिया में तो शादी हो जाता है .....चार ठो धिया पुता भी हो जाता है ...मगर बेचारा सब फ़्लर्ट नहीं कर पाता है ....जादे हुआ तो एक आध बार साली को ...पजिया पुजिया लेता ..फ़गुआ होली के बहाने से

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खबर :- नारी रसोई में पुरूषों पर भारी

नज़र : - का यार ..अब ई सब लिखोगे कि ...नारी पुरूषों पर कहां कहां भारी है .....रसोई में , गार्डन में , बे..........अरे भक ई कोई समाचार है रे ....ई तो युनिवर्सल ट्रुथ टाईप का चीज़ है ....जेतना फ़ील करिए ..ओतना जस्टीफ़िकेशन मिलता जाएगा ..। और फ़िर रसोई में तो भारी रहबे करेगी ....आखिर एतना सारा चैनल पर खाना किंग का कंपटीसन में ....एक ठो अक्षय कपूर ..,..भनसिया का मास्टर चुनिए के का कर लेंगे ....

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खबर :- अमेरिका सेना में समलैंगिकों के लिए रास्ता साफ़

नज़र :-अबे डायरेक्ट क्यों नहीं कहते बे कि .........पाकिस्तान से लडने की तैयारी में लग गया है पाक । हा हा हा खाली रास्ता ही साफ़ किए हो न .....चलो अब फ़िर फ़टाफ़ट भर्ती शुरू कर दो ...जब भर्ती का कौलम भरने के लिए आएगा तो ..सैक्स के कॉलम में लिख देना ..सम टाईम मेल ....सम अदर टाईम फ़ीमेल .....हा हा हा हा हा हा
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खबर :-देर तक पाल्थी मारने से आर्थराईटिस का खतरा

नज़र :- चलो एक ठो बात तो पक्का हो गया कि ई नेट पर बैठने वालों को कम से कम एक ठो ई उपरका ससुरा अजीब नाम वाला बीमारी तो नहिंये होगा ..हां ई अलग बात है कि इसके अलावा ....कंधा , कमर , गर्दन , आंख ....सबमें कुनो न कुनो बीमारी तो हईये जाएगा .....तो बताईयेगा ऊ सब के बारे में भी ..ठीक है न

चलिए आज इतना ही काहे से कि ..पंजाबी रावण से हमारा आज शाम का ही अप्वाईंटमेंट फ़िक्स हुआ है न इसलिए ...

सोमवार, 11 अक्टूबर 2010

आज रात नौ बजे मैं आपका इंतज़ार करूंगा ...हायं ...देखिए अमित जी मैं ज्यादा देर नहीं रुकूंगा ..झा जी बुलेटिन ...धू.. मर्दे ..नहीं पढे तो क्या पढे ?




खबर :आज रात नौ बजे मैं आपका इंतजार करूंगा : अमिताभ बच्चन

नज़र :- सर जी . आज रात को .....देखिए ओईसे तो अब हम किसी के जन्मदिन के पाल्टी उलटी में शरीक नहीं होते हैं ..का करें जी ..कामे इतना होता है कि ..कहा का जाए ...मगर अब आपका बात भी तो नहीं टाल सकते न ....काहे से आज तो आप बर्थडे बॉय हैं ....तो आज तो मानना ही पडेगा ...फ़िर आप रिटर्न गिफ़्ट भी तो बडा ही भारी भरकम रखे हैं ...ऊ का कहते हैं आप ...एक अरब दस करोड भारतीय ...कौन बनेगा करोड पति ....पूछिए मत एतना गुदगुदी होता है .....अरे ई सोच के नहीं कि करोड पति बन जाएंगे ..बल्कि ई सोच के कि दुनिया का एतना आबादी तो अपने ही देश में है ...तो फ़िर ई महाप्रलय किसी दूसरा देश का लोग कैसे ला सकता है ,.....अच्छा सुनिए न ..आ तो हम जईबे करेंगे ....मुदा तनिक फ़्री जल्दी कर दीजीएगा ....और हां ऊ ..नि:शब्द वाली हीरोईनी को बुलाए हैं न .....बंकिया तो आपकी जो भी हीरोईन साथिन होगी ...ऊ सबको तो हमको मौसी प्रणामे कह के आना पडेगा .....चलिए आते हैं ....तब तकले आपको ..जन्मदिन का बहुते बहुते मुबारकबाद जी ...काहे से कि रिशते में तो आप सबके बाप होते हैं ...नाम है ..शहंशाह ..... हायं ..।

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खबर :रिकॉर्ड तोड आमलेट वजन ४.४ टन

नज़र :- अबे गज्जब यार ..एकदमे ..सन्नाट है ई खबर तो ...पहिले तो ई बताया जाए कि ....ई ससुर चार प्वाईंट चार ...टन का कौन हिसाब होता है जी ...सीधा सवा चार या साढे चार नहीं कर सकते थे ....चलो छोडो इसको .....इससे जादा हौहाहट तो हमको ई बतवा जानने में है कि....एतना लिल्लन टॉप ...मुर्गी कौन पाला है रे ...कसम से एतना बडा बडा अंडा दिहिस है कि ...साला टन टना टन आमलेट बन गया है ...इतना लंबा चौडा आम लेट कि आप उस पर आराम से लेट कर खा सकते हैं उसको ...इसलिए पहिले उसका नाम आमलेट से ...आरामलेट कर दो .....का कहे ...मुर्गी का अंडा का नहीं है ...फ़िर डायनासोर का अंडा का है ...ले बिल्लैय्या ...हमरे सक तो थईये था .....देखा ..हम यदि ...शास्त्री जी ( अरे उहे भविष्य बताने वाले ) का लेंस से पूरा खोजबीन न करें तो .....कोई पूरा खबर पर नज़र नहीं रखता है .....अच्छा ई आमलेटवा को ..दिल्ली खेल गांव में सप्लाई कर दो ..वहां जरूरत है इसकी ...बहुते
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खबर :बंगाली तैराक कहलाने पर शर्म आती है :प्रशांत कर्माकर

नज़र :- लो ई का यार ...ई कौन बात हुआ ..अब मेडल जीतने के बाद कैसी शर्म आ रही है भाई ...यार जो ची कमलाडी मामा को आनी चाहिए ऊ तुमको आ रही है ....ई साला हो का रहा है है ..कसम उडानछल्ले की ....कोई कुछो बोले जा रहा है आयं बायं ...अबे काहे बे ..बंगाली तैराक कहलाने में शर्म आ रही है ..तो बिहारी तैराक बन जाओ ...फ़िर कहोगे कि न उससे ठीक तो बंगालीए है ...देखो मिठुन दा सुन रहे हैं ...और बाप्पी दादा भी सुन रहे हैं ..कह रहे हैं .." आम तो सोचा था कि आपना साढे सात किलो गहना में से एक ठु आम पारसांत को भी मेडल बना के देगा ....और तुम हो कि ....जाओ बेटा अब तो मिठुन दा ने भी कह दिया है कि ....वो जल्दी ही चीता , शेरा ,,,या कुछ भी बन कर तुमको जरूर डिस्को डांस कराएंगे ....चल बे शर्म आती है ...चल हट ..हुर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्रर्र........।
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खबर :महिलाओं को आता है कम पसीना :बीबीसी रिपोर्ट

नज़र :- यार ये तो कसम से जुलुम है भाई ..अब यही बात कौनो और बोलता तो महिला मंच से एतना लट्ठ बजता कि ..महिला लोग का पसीना भी उसी को छूटने लगता ...मुदा देखो बीबीसी कह रहा है न ...और ओईसे भी ई बात कहने का कौपी किताब राईट ...सिर्फ़ इसी को है ..अरे गौर फ़रमाईये तनिक कंस्ट्रेट करके हुजूर ...बीबी .....सी ...। माने तो घरवाली सी ..तो उहे न बताएगी कि पसीना कम आता है .....यार अब शॉपिंग करने में का पसीना आएगा ..जो आता है उसको आता है जिसका बटुआ होता है ...। ओईसे हमको ई बात पर भी सक है कि ...आता तो है ..मगर ऊ लोग ..अपना मेकअप के सामान में ..जरूर कौनो ..पसीना सोखना रखती होगी ...। अरे हां ऊ कौन एड था रे .....जिसमें ऊ गजनी की सजनी ..( अरे ऊ कौन आसन ...नहीं नहीं आसिन ..हां ) खूबे जोर से बताती है कि देखो ई सोखना लगाईये ..और पसीना सोखाईए ...तब ...तो उको बीबीसी कुछो नहीं कहिस ...अरे छोडो छोडो ....बीबीसी है तो कुछो कहेगा तो मान लेंगे का ...
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खबर :मल जल से घरों को गर्म करने की पहल : बीबीसी रिपोर्ट

नज़र :- राम राम राम राम .....ई का हर्बल खबर डाल दिए हैं हो ....साईट पर ...अब पादने ..और त्यागने से ...तो जो भी निकलेगा गर्मे होगा ...ऊ से चाहे घर को गर्म करिए कि ...रजाई के भीतर घुस कर अपने आप को ...राम राम ....ई मा कौन साईंस फ़िजिक्स कैमिस्ट्री है यार ....ई बीबीसी तो बौरा गई है लगता है ...,..बताईये तो ..ई इहां पहल कर रहे हैं ..अरे हमरे इहां तो कबे से पहल दूसर तीसर और जाने केतना तक पहुंच गया है स्कोर ..। अरे तीन बुडबक नहीं देखें है हो ...ऊ में ऊ कौन था मूत्र विसर्जन वाला ...हां चतुरलिंगम ....ऊ का दोहवा याद है न ..वही धुचुक धुचुक ..आ ...सुरसरीय प्राण कटकम ....बताईये ..तभियो भांज रहे हैं कि ..पहल करेंगे ...साला मल जल तो अईसे लिखा मानो ...कौनो नयका ..शीतल .....प्रोडक्ट लॉंच करने जा रहे हो बे ...ऊंहूंहूंहूं .....केतना गनहा गया ..सब लिखते लिखते ..भक ..चलो अगला खबर देखें ..
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खबर :कसाब की वजह से बिग बॉस-4 से जाना पड़ा: काजमी

नज़र :- आयं ...क्या के रिए हो ओकील स्साब .....अमां ये कहो मियां कि कसाब की वजह से आपको बिग बॉस में एंट्री मिली ...वैसे ये कसाब की पैरवी करके ये आपने जो ....वो क्या कहते हो यार आप लोग ..नापाक हरकत की थी उस हिसाब से तो आपको ..पाकिस्तान में एंटी मिल जानी चाहिए थी ...मगर ये अपने चैनल वाले ....कुछ पगलाए हुए से रहते हैं ...इस बार तो जईसन लोग को ई लोग बुलाए हैं उससे ..तो ईका नाम ...सीज़न फ़ोर .....नहीं बल्कि ....सीज़न चोर ...रकह देना चाहिए था ...चलिए फ़िर भी आम पब्ल्कि ने तो सब ठीक कर ही दिया न .....अरे आप काहे घबराते हैं ...अभी तो अफ़ज़ल कसाब जईसन केतना क्लाएंट मिलेगा आपको ...अभी तो कसबवा का अपील उपील में भी बहुत फ़ेमस होंगे आप ...बिग बॉस चाहते हैं कि ....आप वहीं रहिए ..।
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खबर :काम करें या मौज रोज मिलेंगे दो हज़ार सांसदों को

नज़र :- हा हा हा ...ई बताने वाला कौन बात था जी .....ऊ तो हम लोग के पते है कि ..नेतवा लोग चाहे काम करें ...आकि मौज करें ..आकि इनमें से कुछो नहीं करें तईयो इनका दो हज़ार तो सरकार के खाता से जईबे करेगा ...ओईसे ई काम करते हैं ई लोग नहीं नहीं हम लोग के कौनो बात पर ऑब्जेक्शन नहीं है कतई नहीं ....बस ओईसे ही अपना जेनरल नॉलेज बढाने के लिए पूछे हैं ...काहे से कि बच्चा सब पूछ रहा था कि ...जो ई नेतवा सब एतना बडा बडा भाषण छांटता है ...ऊ लोग को काम करते हैं ..काहे से भाषण के बाद ..इनका सबका थोबडा खाली ऊ ..घोटाला , जेल , सजा में ही दिखाई देता है .....लेकिन यार एतना महंगाई में खाली दो हज़ार ...ई तो अन्याय है जी एकदम सरासर अन्याय है ..कह दे रहे हैं ई नहीं न चलेगा .....

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खबर :जज की नियुक्ति के लिए कंप्यूटर ज्ञान अनिवार्य : सुप्रीम कोर्ट

नज़र :- अरे ले लप्पड लप्प ...ई का बात बोल दिए मीलार्ड ..हाकिम जी ...का कह रहे हैं ....सचे का ...हें हें हें हें .....एगो बात बोलें ..तब तो ई जौन जो आपके जज लोग हैं न ...आऊर हम लोग ..बोले तो बिलबिलाते रहने वाले बिलागर (ब्लॉगर) लोग में कौनो खास अंतर नहीं है ...पूछिए कैसे ...अरे पूछिए पूछिए ....हम लोग कोई राष्ट्रपति नहीं न हैं जो चौदह दिन लगाएंगे जवाब देने में ...तो ऊ अईसे कि ...हम लोग के लिए भी तो एही रुलवे लागू है ....कि जौन भाई बहिन , माता , चाचा चाची को ...कंप्यूटर का अनिवार्य ज्ञान नहीं है ...ऊ ब्लॉगर नहीं बन सकता .....। ए सुनिए न ....अरे आप तो ठिठियाने लगे ...अरे सीरीयसली ....एक ठो ऑफ़र लीजीए न ...जब क्वालिफ़िकेशन सब सेमवे है तो ...काहे न अईसा किया जाए कि .....आप लोग में से कुछ लोग को हम लोग ....अपने ब्लॉगर में शामिल कर लें ....और हम लोग में से कुछ को ........हें हें हें ....समझ रहे हैं न .....का बात करते हैं ...अब ई से जादे खोल के का कहें मालिक ..देखिए ....तनिक ठंडा मन से सोचिएगा हो ...तो आपको भी दम नज़र आएगा ..ई बात में ...
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खबर :शिल्पा और प्रीति की टीमों की छुट्टी

नज़र :- अरे इत्ती जल्दी ...अभी तो कौमन वेल्थ चलिए रहे हैं जी ..तो अभी से कईसे छुट्टी दे दिए जी ...हीरोईनी हैं तो का हुआ ..कौनो कंसेशन नहीं मिलेगा ...। आयं का कहे ..उनका क्रिकेट टीम का छुट्टी हो गया है ...अरे ई दुनु क्रिकेट खेलने लगी थी का ...कब से ...जभिए कहें कि ..ई लोग का पिक्चर काहे नहीं आ रहा है हो ..मैच की तरफ़ तो ध्याने नहीं दिए थे न .....का ...का मतलब ..ई लोग कौनो टीम ऊम खरीदा था ..ऊ सबका छुट्टी हो गया है ...माने अब ऊ लोग का टीम नहीं खेलेगा ...रे मर्दे ..केतना लपेट लपेट के समझाते हो इयार ....अरे होने दो ...ओईसे भी अईसन खबसूरत मलकिनिया सब रहे तो ....ससुरा छुट्टी भी सेलिब्रेट किया जा सकता है ....काहे का कहते हो ...तनख्वाह तो दईबे करेगी ...अरे पूरा यूपी बिहार लूट के बईठल है शिल्पा हो ...खाली पीली लोग केस ...लल्लू जी पर चलाया था ..
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खबर :सायकिल रेस में कुत्ते और बंदर भी पहुंचे

नज़र :- एक तो ई सार , कुकुर सब ..ई कौमन वेल्थ गेम्स का सबसे जादे सर्च रिजल्ट मिलने वाला फ़ैक्टर हो गया है ..जन्ने देखो ...खिलाडी पहुंचे न पहुंचे .....अधिकारी पहुंचे न पहुंचे ...एक तो ई कुकुर बंदर आउर दूसरका ऊ ..अरे जौन होता है ..तेज से भी सबसे जादे तेज चैनल वाला सब ..ऊ लोग मिल जईबे करता है ...बताओ यार ...केतना स्मार्ट है ..ई लोग ..काल से जब पहिलवानी आऊर ..तैराकी चल रहा था ..तो नहीं आया ...आता तो पिटाता न तो डूब जाता ...अब राईडिंग का मौका मिला तो आ गया ..ई बनरवा सब अभी कैसे फ़्री है हो ...आजकल तो राम लीला चल रहा है ..ई सबको भेजो ..राम जी के सेना में ...पुल बनाएगा ..आदमी लोग का बनाया पुल देख न रहे हो कैसे भुसभुसा के टूट जा रहा है ....
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खबर :स्वयंसेवी कर रहे थे राष्ट्रमंडल खेल टिकटों की कालाबाजारी

नज़र :- लो यार ई अच्छा मुसीबत है ...बेचारा लोग कुछ न करे तईयो गरियाता है सब ...पानी पी पी के आऊर ..अब जब बेचारा दु पैसा का मुनाफ़ा कमा रहा है ..तईयो लोग जान नहीं छोड रहा है ....अरे पॉजिटिव काहे नहीं सोचते हैं जी ..सोचिए कि केतना गजब का मल्टीप्लैक्श ईफ़ैक्कट ...अरे नहीं कुछ दूसरका इफ़्फ़ैक्ट होता है यार ...थ्री डी इफ़्फ़ेक्क्ट ..छोडो ......हां हां हंसिए हंसिए ..हमरी पुअर अंग्रेजी पर ..जो भी इफ़्फ़ैक्ट होता है न ..ऊ पडेगा ..पूरा दुनिया देखेगा तो कहेगा कि देखो ...कह रहा था कि टिकट नहीं बिक रहा है ...इहां तो ब्लैक मार्केटिंग हो रहा है .....मगर एक ठो बात समझ में नहीं आया रे ....जब एतना मारामारी है टिकट के लिए ...तो फ़िर ई लोग टिकट खरीद के स्टेडियम में तो पहुंचता नहीं है ..जाता कहां है फ़िर ..???
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खबर :अरबों खर्च के बाद भी नदियां प्रदूषित

नज़र :- धुर मर्दे .....ई का खबर हुआ जी ..पिछला जाने केतना साल से एके बात को लिखते रहते हो यार ....पहिले सौ , हज़ार, लाख लिखते थे ..अब उसको बदल के ..खाली करोड अरब कर दिए हो ..बकिया तो कॉपी पेस्टे है जी ..गंगा ,यमुना , और जो भी नदी है ..ऊ सब में प्रदूषण का पैसा नहीं खर्च होने के कारण बढा है ....अरे पैसा का बात नहीं है जी ...बात है पब्लिक का ..पब्लिक को समझाईये ..कि नदी , मिट्टी , पहाड , पत्थर , पेड ...सब है ..तो इंसान है ...न त बस आईये रहा है समय ...करते रहना महाप्रलय आ रहा है महाप्रलय आ रहा है ...और एके झटका में सब साफ़ हो जाएगा ..ई अरब भी आ सऊदी अरब भी ...मुदा पब्ल्कि को समझाने से पहिले खुद तो समझो न ई बात यार ..
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खबर :अब सरसों बिजाई के लिए एसपीएस राठौड ने मांगी पैरोल

नज़र :- का हो डीआईजी ..तबियत चंगा बा न ..मिजाज में कुछ राहत बुझाता .....न न ओईसे ही पूछे हैं महाराज ..कभी कौनो बहाने से तो कभी कौनो बहाने से ...ई पैरोल मांग रहे हो ..अबे ई पै रोल है ..कौनो साला फ़िल्मी रोल नहीं है कि तोहरा मुछिया देख के मिल जाएगा ..ने ही कौनो वेज या अंडा रोल है ..कि लप्प से लिए ...और गप्प से निगल लिए ..बेटा ई तो ऊ रोल है ..जो तुम लोग ..मुजरिम के पिछवाडे.......बंकिया तो आप खुदे केतना इंटेलिजेंट हैं ..एतना बडका अफ़सर हैं ...। आज खुश तो बहुत होगे तुम ....हायं ...
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खबर :मशक्कत के बाद अर्जुन मुंडा ने बांटे मंत्रियों के विभाग

नज़र :- अरे ए गुंडा ओह ! मुंडा जी ....का कर रहे हैं यार आप लोग ..ई एतना मशक्कत से तो पहिले ही आप लोग को कैसे कैसे करके तो ई झारखंड मिला है ...चुपचाप राज्य को झाड पोंछ के सजा संवार के तैयार करिएगा विकास करिएगा ..कि आप लोग जब देखो खुदे झाड पर चढे रहते हैं ...अरे एतना कहुं ..लडाई हुआ है ..ई गद्दी के लिए ..धू ..महाराज ....आप लोग के कारण ही वहां पर लोग इंसान से नक्सली नाम के जीव में बदलता जा रहा है ...अब बांट दिए न विभाग ....अब काम शुरू करिए ....अरे ऊ कहां हैं आजकल ..ऊ थे न एक ठो निर्दलीय ..हां कोडा जी ...उनको तो उलटा कर के अईसी जगह पर मधु डाल डाल के कोडा पर कोडा धरिए कि ...झारखंड का सारा माल अपने आप उगल कर रखे दें ..का ..समझे कि और समझाएं
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खबर :नेपाल को नहीं मिला नया प्रधानमंत्री

नज़र :- लो दुनु पडोसी का एके हाल है रे बहादुर ......प्रधानमंत्री हमही लोग के कहां मिला था ...बहुते खोजे ...तो एक ठो बहू मिली ....सब कहा न जी इटैलियन सप्लाई है ..का पता भारतीय पॉलिटिकल सॉफ़्टवेयर के साथ कंपैटबल हो न हो ...बहुत खोज खाज के तब हम लोग ..एक ठो सज्जन पुरूष ...ऊ बडे बैंक के चौकीदार थे ..जाने केतना बरस ....उनको घेंट पकड के बैठा दिए ..और बोले कि ...जय माता दी जय माता दी कहता जा ....जो होता है सहता जा ...। मगर देखिए न ...कुछ जमा नहीं ठीक से ..काहे से कि जब उनके अंडर में हम लोग बडका बैंक दिए थे तो ..केतना कमाल का ..हिसाब किताब था ..ऊ मदर इंडिया के हलवाई से भी बढियां ....मगर प्रधानी मिलते ही एकदम से ..सारा मेरिटे गडबडा गया है बेचारे का .....ओईसे हमारे इहां कैंडिडेट का कमी नहीं है जी ...लालू जी को ले जाओ ..और भी हैं ..पूरा लिस्ट भेजते हैं ..

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खबर :खालिस्तान आतंकी सहारनपुर में गिरफ़्तार

नज़र :- अबे तो इसमें उनकी क्या गलती है बे ...अब अगर पुलिस जनता के सामने वेरायटी नहीं देगी तो कम से कम आतंकी तो दे ही सकते हैं ....फ़िर कहां लिखा है कि खालिस्तान के आतंकी सहारनपुर में नहीं पकडा सकते ..हमने तो सुना है कि सहारनपुर वाले तो ..खुस हैं कि ...चलो गन्ना किसानों की आत्महत्या के बाद कोई बडी खबर तो छपी ..सहारनपुर के लिए .....हां था कौन ये गिरफ़्तार होने वाला ..यार अभी ऊपर की खबर पर ही पता चला था कि बेचारे ..ऊ कसाब के ओकील साहब ..काजमी साहब ....हाले में ..बेरोजगार हुए हैं ....देखो उनका कुछ जुगाड बन जाए तो ...न न ..ऊ आतंकी स्पेशलिस्ट हैं ..मान जाएंगे फ़ट से ...
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खबर :मुशर्रफ़ की हत्या करने पर एक अरब रुपए का इनाम : बलूची नेता

नज़र :- देखा मैं नहीं कहता था कि जरूरी नहीं कि पाकिस्तान में सब कुछ खराब ही होता हो ......अबे सीखो ..सीखो ..सीखो कुछ इनसे इंडिया वालों ....अपने नेताओं से निपटना खाली ऐसे ही कोरी भाषणबाजी से , आंदोलन से , बंद से ,,..नहीं होता है ...कुछ खर्च वर्च भी करना होता है भाई ....देखो तो कितनी दरियादिली से ...इत्ता बडा अमाऊंट अनाऊंस किया है ...कि मारने और मरने वाले को कम से कम ये शिकायत न रहे कि ..यार ये अंडर एस्टेमेटेड ..पेमेंट थी .....। कमाल का इत्तेफ़ाक है साहेब .....आखिर यूं नही कहता कोई कि भारत पाकिस्तान में बहुत सी चीज़ें कौमन हैं ....देखो भारत में आज से शुरू हुआ है ...कौन बनेगा करोडपति ....पाकिस्तान में शुरू हुआ है ..कौन बनेगा अरबपति ......
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खबर :बेहतर है राज्य सरकारें रिश्वतखोरी को वैध कर दें : सुप्रीम कोर्ट

नज़र :- ....अरे सर बेहतर ....हम तो कहते हैं कि बेस्ट है सर ..एकदमे बेस्ट है ......लेकिन सर ई अधिकार सिर्फ़ राज्य सरकार सब को ही काहे .,...केंद्र सरकार कौन पाप किया है .....देखिए देखिए ...ई तो नजायज बात है सर जी..दीजीए तो दुनो को एक समान दीजीए ...आखिर दुनु कमाएगा खाएगा ...तभिए न देश ...का भला हो पाएगा ।. सुन रहे हैं सरकार अब तो लाईसेंस भी मिल गया है ..तो हो जाए एक ठो एमरजेंसी संसद सत्र ..और फ़ौरन लागू किया जाए नयका कानून ....दीवाली नजदीक है ..देखिए लेट मत करिएगा ..इहां लोग बाग पहिले से ही मंदी के कारण केतना दुबराया जा रहा है जान रहे हैं ...तो फ़िर कब ला रहे हैं "...द रिश्वतखोरी एक्सैप्टेंस एंड लीगलाईज़्ड बिल और रिपब्लिक इंडिया ".......???

शुक्रवार, 8 अक्टूबर 2010

हर कुंवारा प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति नहीं बन जाता ...........कुछ बौरा भी जाते हैं ....झा जी अगैन कहिन






खबर :- सिमी और आर एस एस दोनों आतंकी संगठन हैं :राहुल गांधी

नज़र :- लो हमें तो पहिले ही शक था कि ..ई जो राहुल बाबा अपने पचासा में पहुंचने जा रहे हैं और अब तकले कुंवारे बैठे हैं तो इसका मतलब ..देश ये कतई न लगाए कि ..उसे फ़िर से ..एक ठो कुंवारा ..प्रधानमंत्री या मिसाईल मैन टाईप राष्ट्रपति मिलने वाला है ......अजी कभी कभी कुंवारेपने से लोगबाग बौरा भी जाते हैं ...। अब देखिए न ..एके चशमा के दुनु शीशा से देखने के कारण उनको ..सिमी और आर एस एस ..उनको एके जैसा दिखाई दे रहा है ..। ले बिल्लैय्य्या .....इ हिसाब से तो ..कांग्रेस और बसपा , सपा ..और जितने भी टाईप के पा हैं ....सब के सब ससुरे निकम्मे और नकारा हैं ......पूछो कईसे ...???। क्यों बे ...जब राहुल बाबा से किसी ने नहीं पूछा कि आखिर ये ..निर्वाण प्राप्ति टाईप का दिव्य ज्ञान उन्हें किस पीपल के पेड के नीचे प्राप्त हुआ तो फ़िर हमसे काहे पूछेंगे जी । हमको तो लगता है कि जौन किताब से ऊ दुनु एव्रीविएशन का फ़ुल फ़ार्म पढ रहे होंगे न ..जरूर उसीमें मिस्टेक से कुछ मिस्टेक छप गया होगा .....जरूर इटली का पब्ल्केशन होगा ...ऊ है न पेंगुईन ..अरे नहीं नहीं ..पिज्जा पब्लिकेशन ।

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खबर :- पोलैंड की महिला ने नशे में हंगामा किया

नज़र :- आयं ! यो के मामला है भाया ...पहले तो मन्ने ये बताओ ...महिला पो लैंड की थी या डायरेक्टली ....पी लैंड की ..तभी तो पी कर हंगामा किया ........और नशे में ..हंगामा ही किया जाता है बे ....और क्या नशे में ....तुम उससे पीएचडी करवाओगे ..। और जिस हिसाब से भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में बांकी सभी देशों को कमंडल पकडा कर खुद ही सारे मंडल (मेडल ) कपच लिए हैं ..उससे ऐसा सदमा लगना तो स्वाभाविक ही है । क्या कहा ..वो दूतावास की महिला थी .....अच्छा अब बेवडियों की भरती भी होने लगी इत्ती बडी बडी जगहों पर ........बताओ यार कित्ती तरक्की कर ली दुनिया ने ....और एक हम हैं जो आज तक ..मुन्नी के झंडु बाम ..होने भर से बौराए पडे हैं ....जय हो पोलैंड की ...ओह सॉरी ..पी लैंड की ।

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खबर :- डीटीसी बसों में उपलब्ध शिकायत सुझाव पुस्तिका समाप्त

नज़र :- हा हा हा हा हा ......अबे हमें तो लगा था कि खबर आएगी कि दिल्ली की सडकों से डीटीसी की बसें ही समाप्त हो गई हैं ...तुम तो फ़िर भी शिकायत सुझाव पुस्तिका समाप्त होने की बात कर रहे हो ..। क्या सच कह रहे हो भाई ....मगर यार पहले ये बताओ ये होती कैसी है ...हमने तो आज तक नहीं देखी ...कौन से रंग की होती है बैंगनी या गुलाबी ...और भईया चलो मान लिया कि ..खत्म हुई है तो होती भी होगी ही ....मगर यार थोडी मोटी ..जादे पन्नों वाली तो बनानी चाहिए थी न ...अब इत्ते अंग्रेज बुलाओगे तो भईया ...वे तो तुम्हारे टायर की हवा कम होने से लेकर ..गंदी टूटी खिडकियां तक के बारे में सुझाव लिख डालेंगे । अब वे हमारे जैसे तो हैं नहीं कि ...छेडछाड और स्टैंड से आगे पीछे रोकने तक की बात को भी झेले जाएं ...। अब अंदाजा लगाओ कि अभी तो उन्हें दो हफ़्ते तक रुकना है ....तुमने तो ससुरा कोर्स की खत्म कर डाला । भईया ..आप लोग तो बडे जिल्द वाली मोटी मोटी सी शिकायत और सुझाव पुस्तिका बनवा ही डालो ...जब वे चलें जाएं ..बेशक डीटीसी वाले स्टाफ़ को ही दे देना ..ताकि वे उसमें पहले की तरह अपने बच्चों से रफ़ काम करवा सकें ।

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खबर :- स्वीमिंग पूल के पानी में नहाने से हुए दस खिलाडी बीमार

नज़र :- अब ये तो यार हद है छीछालेदारी की ....स्वीमिंग पूल में नहाने से बीमार हो गए ..कल को कहोगे कि ...शौचालय के कमोड पर बैठने से फ़्रेक्चर हो गया ..परसों कहोगे कि ..दरी में से डायनासोर ने निकल कर काट लिया ..। जाओ जाओ बे ..अबे हार रहे हो तो ..बहाना बना रहे हो ताकि मार न पडे अपने देश जाकर ....। वैसे एक बात बताओ .....न तो हमारे उन कुत्तों की तबियत खराब हुई जो उसमें मजे ले ले कर कित्ता नहाते रहे ..तुम्हारे आने से पहले ..और तो और उन मच्छरों ने भी कभी ऐसी कोई शिकायत नहीं की ...कि कभी उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत हुई हो ......हमारी तरक्की नहीं हजम हो रही है न तुमसे इसलिए फ़ुंक फ़ुंक कर ऐसी बातें कर रहे हो ...। सुनो एक काम हो सकता है ...चलो तुम लोग जित्ते दिन हो यहां यमुना नदी में नहा लो ...अब देखो यार ये मत कहना कि ...इससे तो फ़िर ये स्वीमिंग पूल ही ठीक है..चलो आगे तुम्हारी जो भी मर्जी ॥

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खबर :-बाबरी मस्जिद फ़ैसले को खारिज किया :बुखारी

नज़र :- अब भैय्या ...बुखारी , अचारी या बीमारी ....आप जो भी हो ...आपको पहिले तो हम ये बता दें कि , ये तो न्यायालय के फ़ैसले होते हैं न ...ये कौनो बारात का इन्विटेशन नहीं न होते हैं कि ......आप उसे एक्सेप्ट करो या कि खारिज करो .....जैसा कि आप फ़रमा रहे हो । वैसे मियां जी ........यार आप लोग को भी केतना टेंशन है न ....ओईसे तो लोग घास डालता नहीं है .....न ही कोई पूछता है .....ई सब आयं बायं बोलते रहने से ...कम से कम ई बेचारा खबर वाला सब को तनिक कुछ मेटेरियल तो मिल जाता है छापना के लिए । आपने खारिज कर दिया .....त अब क्या किया जाए बताईये ...बंद कर दिया जाए उच्च न्यायालय को ...आ कि उ न्यायाधीश सबको ...वोलेंटरी रिटायरमेंट दिलवा दिया जाए ....कि देखो जी ..अभी तक तो बुखारी जी ने ...बुखार से पीडित होकर आपका फ़ैसले को खारिज किया है ....कल को यदि ये बुखार डेंगू बुखार में परिवर्तित होता है तो हो सकता है कि ....आपको ही खारिज कर दें .....अरे नहीं नहीं ...जब आपने खारिज करिए दिया है ..तो काहे की शरम ..बता डालिए सब कुछ आखिर चाहते का का हैं ....????

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खबर :- बिग बॉस चाहते हैं

नज़र :- अबे ये बिग बॉस ...इत्ता चाहते ही क्यों हैं ये बात आज तक अपने पल्ले नहीं पडी ...। साला जब देखो ...बिग बॉस चाहते ही रहते हैं ...अबे इतना तो कोई बॉयफ़्रेंड अपनी गर्लफ़्रेंड को नहीं चाहता ...जितना ये बुड्ढा ( यार आवाज से तो कतई नहीं लगता कि कोई ..छौंडा होगा ये बिग बॉस ) चाहता रहता है ......और फ़िर देखिए तो सही चाहते क्या हैं । कुछ लोगों की गिरोहबंदी कर दी .....गिरोहबंदी के साथ नज़रबंदी भी .....और लोग भी क्या क्या कमाल ...कोई डाकू ..कोई चोर ..कोई वकील ...कोई हसीना ..कोई कमीना ......वाह वाह इत्ती वेरायटी होगी तो कोई भी चाहने ही लगेगा न ...। और फ़िर कौन सा मामला इत्ते भर से खत्म हो जाता है .....बिग बॉस चाहते हैं कि ....सभी आपस में लडते लडाते रहें ...इससे जो भी समय मिले ....उसमें वो स्वीमिंग पूल में नहाते रहें .....और पूरा देश बौराया हुआ देखता रहे और कहता रहा कि वाह ....बिग बॉस क्या चाहते हैं ??

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खबर :- अब ओलंपिक कराने में भी सक्षम हैं हम :- शीला दीक्षित

नज़र :- क्या के रही हो मौसी ....इत्ता भयानक कौंफ़िडेंस .....हैं ..वो भी जब ताजा ताजा आपको ब्रेन स्ट्रोक से राहत मिली हो तब .....डायरेक्ट ओलंपिक ...अमां मौसी उसमें तो पूरा विश्व ही शामिल होता है .....देश के सारे कुत्ते घूमने लगेंगे इत्ते बडे आयोजन में तो ..। वैसे मौसी सुना तो ये है ...कलमाडी मामा ने अपना गुल्लक इत्ता भर लिया है कि अब बेचारे खते फ़िर रहे हैं ....हाय इसमें से बहुत सारा पैसा तो मेरी सात पुश्तें तक खा पचा नहीं पाएंगी ....और आप हो कि ओलंपिक की बातें करने लगी हो ....। मौसी ये बात मामा ने सुन ली तो मारे खुशी के ....वे तो निकल लेंगे सीधा ....नर्कलोक एक्सप्रेस वे के रास्ते पर । वैसे मौसी एक बार हो ही जाए ओलंपिक भी ...हमारे पास कौन कुत्तों और मच्छरों की कमी है ...पूरी बटालियन को तैनात कर देंगे कि सालों काट खाओ ..पूरे वर्ल्ड को दे कटाकट कटाकट ...। वैसे मौसी अब तो आपको घना ही एक्सपीरिएंस हो गया होगा .......अरे खेल आयोजन का नहीं .....दिल्ली को उल्लू बनाने का .....हां तो अगला ...न सही उससे अगला ओलंपिक तो हो ही जाए ....भारत में ।

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खबर :- शीला के अपमान पर न्यूजीलैंड ने माफ़ी मांगी

नज़र :- लो ....कल्लो बात ..हो गया न ..बस हम तो कह ही रहे थे ....अभी मौसी ने बोला नहीं कि हुई गया बवाल ..अब मौसी यों बोलेगी तो ..यो न्यूज के लैंड वाले कब चुप बैठेंगे ...वे तो बैठे ही इसी ताक में रहते हैं ..अब ये हो गए अपना ऑस्ट्रेलिया हो गया ...वे तो बेचारे यही करते आए हैं आज तक ...अरे उनकी तो हॉबी है ...अपमान करना ...और उससे बडी हॉबी है ...फ़टाक से माफ़ी मांग लेना ....। देखते नहीं क्रिकेट में तो वे बराबर यही हॉबी पूरी करते रहते हैं ...। तो पहले अपमान कर दिया ...फ़िर माफ़ी मांग ली ...तो बच क्या गया भाई लोगों ...........यार कित्ता पढाते पकाते हो तुम लोग खबर के नाम पर .....



जाओ अब नहीं पढना आगे ...अब अगली किस्त बाद में पढेंगे ........

गुरुवार, 30 सितंबर 2010

आईये खबरों को पढने का एक ठो नयका तरीका बताते हैं ...अरे आईये तो सही....अजय कुमार झा





खबर :- पाकिस्तान बना अंतरराष्ट्रीय परमाणु उर्जा एजेंसी का अध्यक्ष

नज़र :- जे बात ......ससुरे चोर को ही चौकीदार बना दिए हो ..अंकल सैम ...तुम्हरी बुद्धि का तो ....एक दम मकबूल फ़िदा हुसैन हो गया है यार ...कमाल करते हो ...इन्हें जब पहले से ही कुछ थोडा बहुत माल जो तुमने सप्लाई किया था ..किया तो यही सोच कर होगा कि ..शायद एकाध रिएक्टर बना लें ....मगर यो ससुरे निकले ...पक्के बिजिनेस वाले ...उनके वैज्ञानिक ने पहले ही ..रेहडी खोमचे लगा कर ...शनि मंगल बजार वाले हाट में ..सब धर के बेच डाला ....जाने कौन भाव बेचा ये भी पता नहीं । अब तुमने ..इन्ने ही अध्यक्ष बना डाला ...यो ठीक किया ....अब आराम से पूरे संसार भर के परमाणुबम के लिए ये ससुरे ..अपने यहां एक मॉल खोल लेंगे ..और अमेरिका के सभी ..नंगे पुंगे दुश्मनों को .....दीवाली बोनांजा में बांट देंगे .....अब भईया अध्यक्ष महोदय जी जो करेंगे ...सो करेंगे , तो फ़िर अब डर काहे का ....ढिंचक ढिचक तुन्नक तुन्ना ...बोलो तारारा रमपम पम .........


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खबर :-विज्ञापन भारत का हाथी अफ़्रीका का

नज़र :- अबे ! पहले ये बताओ ............इस बात से ऑब्जेक्शन किसे है बे ...जरा खुल के बताओ ....सुना है हाथी को तो .,,इंडियन मीडिया एक्सपोज़र .....मिलने से घणी खुशी हुई है ...। वे तो सुना है कि , खबर लीक करने वाले को ..पानी पी पी कर कोस रहे हैं ....उनका कहना है कि , अफ़्रीका में , तो उन्हें कोई घास नहीं डालता ..इससे ज्यादा ..इम्पोर्टेंस तो ......भारत में बकरी को ...और कुत्तों को मिल जाता है ....उन्होंने बताया कि ..अब जबकि common wealth games .में ....कुत्तों तक को वर्ल्ड मीडिया का एट्रेक्शन .......मिल रहा है तो ऐसे में , यदि लगे हाथों ....गलती से ही ....उन्हें थोडा बहुत एक्सपोज़र मिल गया तो इसमें तूफ़ान मचाने वाली कौन सी बात थी .....सुना है कि ..वे इस बात से इतनी बुरी तरह से ...नाराज़ हैं कि उन्होंने ..आईपीएल के आयोजकों तक अपनी बात पहुंचाने की ठान ली है ..ताकि अगली बार ..अपने देश में ट्वेंटी ट्वेंटी के आयोजन के समय वे इस बात का आधिकारिक विरोध दर्ज़ करेंगे ॥


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खबर :- अभी भी पूरी तरह "रहने लायक " नहीं खेल गांव

नज़र :- क्या बात कर रहे हो यार ! ..एक तो बार बार तुम लोग ...खेल ..और गांव...गांव और खेल ..बस इसी का ढोल /पीपा पीटते रहते हो .....अबे एक काम करो ..इससे बढिया तो ..तुम लोग अभी के अभी ..भारत के गांव चले चलो ...सब के सब ..मजे में रहने लायक हैं भईया ...। अबे क्या बताएं यार तुम लोगों को , वो तो यार पापी पेट का सवाल के कारण सब ....इन ईंट पत्थरों के जंगलों में भाग आए हैं ...और भटक रहे हैं खानाबदोशों की तरह ....वर्ना बेटा ..रहने लायक तो अब भी हमारे गांव ही हैं । और ये जो बने हैं न ..ये तो बेटा ...लाईफ़ लॉंग ...कुत्तों के लिए ही बनाया गया है ..देखा नहीं तभी वे पहले से ही ..पोजेशन लिए बैठे हैं ..। वैसे तो सुना है कि ...कुछ कमीने .......जो हमेशा से कुत्तों से भी गए गुजरे रहे हैं .,......और उनका भी हक मारते रहे हैं ...वे लगे हुए हैं इस ताक में कि ..कब ...शेरा का पेडा...बना कर सब खा जाएं ..और उसके बाद वे मजे मजे में सेटल हो जाएं ..। और कम से कम पिस्सुओं के रहने लायक तो ... खेल गांव है ही न .......



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खबर :- अमेरिका में प्रतिबंधित दवा बिक रही है भारत में

नज़र :- ये बात हुई न ..ये होती है बाजार की ताकत .....जो नहीं बिकने लायक है ..जिसे खरीदना मना हो ..वो भी धडाधड बिक जाए ..और ऐसी फ़ैसिलिटी ....सिर्फ़ और सिर्फ़ ...भारत के ग्लोबल मार्केट ही उपलब्ध करा सकते हैं आपको ...। देख रहे हो ..ओ मामा ....अबे ओबामे ..सुन रहा है कि नहीं ..यार एक तो हम तुम्हारा साला एक्स्पायरी डेट माल भी .....ओपनिंग डिलिवरी की तरह खपाए जा रहे हैं ..और सुना है कि तू बार बार ...वो क्या कहते हैं ...यार , बीपीओ ..सैक्टर ( एक तो यार सैक्टर के नाम पर ..हमे तो बस नोएडा के सैक्टर ..बारह तेरह , बीस बाईस ..चंडीगढ के भी इसी तरह से ,....यही पता है ..बांकी के सैक्टर अपने पल्ले नहीं पडते ...) को बंद करने की धमकी देता रहता है बे ..। अबे ओये ..हमने जिस दिन बेटा अपनी पटरी बाजार भी बंद कर दिया न सालों ..तो तुम्हारे यहां मंदी आ जाती है बे .....अबे समझ में आया कि बोलूं ...सन्नी पाजी की तरह ..गदर टाईप से .......बोलूं क्या ...ओएएएएएए...........

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खबर :- टिकट छापे १७ लाख , बिके सिर्फ़ ३.२ लाख

नज़र :- क्या बकवास करते हो .....एक दम झूठ है ये सरासर झूठ .....सफ़ेद झूठ ..वही वाला सफ़ेद ( जो चौंक गए न .......वाले एड में दिखाई देता है ) , अबे दो हफ़्तों तक तो खुद हमें टिकट नहीं मिला था "दबंग "का ..फ़िर ऐसा ...। क्या कहा ..ये दबंग के टिकट के बात नहीं हो रही है ..ये तो common wealth games .के टिकटों की बात हो रही है ..। क्या बात कर रहे हो यार ...उन खेलों को देखने के लिए टिकट भी खरीदने बेचने का पिरोगराम बना डाला था क्या भाई लोगों ..। अमां ..खेलमाडी ..ओह सॉरी ..कलमाडी साहब ...यार पूरा ..शाईनिंग इंडिया ...ही लूट लेने का कार्यक्रम बना रखा था क्या ...। या कहीं ऐसा तो नहीं कि अपने ललित मोदी जी से कौनो शर्त लगाई हो ..कि भईया ..चलो रेस लगालो ...देखें कऊन केतना बडका हाथ मारता है ..लगे मारने आयं ..यही बात है क्या । अबे किसने कह दिया तुमसे कि ....इसके भी टिकिट छापो बे ....अबे यार जब इहां लोग जिस क्रिकेट के लिए पगलाए रहते हैं ...हा हा हा ससुरे ..उसका मजा भी ..पहले पास का जुगाड करके ही लेने की फ़िराक में रहते हैं ..तो अईसे में ..तुम लोगों का ई कूद फ़ांद का , ई रस्सा कस्सी, ई छुपन छुपाई ..और जाने कौन कौन के लिए टिकट खरीदेगा ..अबे सब स्टाफ़ चलाएंगे देखना ..। बेटा बांकी का टिकट तो रामलीला वाला लोग को बेच दो ..उहां तो फ़िर भी बिक जाएगा ...

शुक्रवार, 24 सितंबर 2010

यार ! टायटल नहीं सूझ रहा है ..छोडो मारो गोली ....आप तो बस पढ जाओ .....झा जी पूरे मूड में कहिन







खबर :- खेलगांव में कुत्ते घूम रहे थे ....

नज़र ..हुंह ..अबे जाओ जाओ हमें तो पहले ही पता था ...तुम लोगों चाहे जितना मर्ज़ी ..पैसे वैसे खिलाओ -पिलाओ , सेवापानी करो ..सालों कैमरा देखते ही ...बाय डिफ़ाल्ट ...सच का सामना करने लगते हो ...। क्या कहा बे ..कुत्ते घूम रहे थे ...अबे सालों ...जब तुम खेलगांव को देखने ही कमीनों के साथ गए थे ..तो कुत्ते ही देखने को मिलेंगे न ...क्योंकि हमारे यहां जब से ...धरम पाजी ने एक बार कह दिया कि , " कुत्तों कमीनों " तब से तो यही रूल बन गया है कि ..कुत्ते जहां होंगे कमीने भी वहीं होंगे । वैसे भी ..हमारे पास हैं कुत्ते इसलिए घूम रहे हैं ..तुम्हारे पास जब हैं ही नहीं तो क्या खाक घूमेंगे । हां हां हम समझ गए ..तुम लोग सोच रहे होगे कि ..जब इस खेल का ..प्रतीक शेरा ..यानि शेर है तो फ़िर यहां कुत्ते क्यों ..अबे यार अच्छा पूछा तुमने ..यार तुम्हें तो पता है कि पिछले दिनों यहीं कित्ती बारिश होती रही तो हुआ ये कि ये तो शेरा था न भीग कर ,,,कुकेरा हो गया अब बताओ ..अबे तुम्हें क्या पता होगा ..सालों तुम्हारे यहां तो बारिश भी ....कंप्यूटर पर ही होती होगी ..॥


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खबर :खेल से पहले गिरा फ़ुट ओवरब्रिज

नज़र :- हां तो ........वादा तो यही था न कि ..राष्ट्रमंडल खेलों से पहले ही सारा काम खत्म हो जाना चाहिए ..तो हो गया ..देखो यार ये तो अजीब ..हुल्ल्ड गुल्लड हुई ...आखिर ये पुल उल क्यों बनाए जाते हैं ?? इसलिए न कि एक दिन टूट कर गिर जांए ..और फ़िर एक और पुल बनाया जाए ..और विकास की ये प्रक्रिया सतत चलती रहे ..चलती रहे और चलती रहे ..। अरे यार ..समझ गया ..तुम सोच रहे होगे कि इससे कितनी बेइज्जती हुई है हमारी ...यार तो अब मुंह में ऊगल डाल के सच उगलवाओगे ..अबे काहे की बेइज्जती बे ...पहिले जईसे लपटन साहब सी इज्जत थी तुम्हारी नईं ....अरे उ लोग को अगर तुम शपथपत्र पर लिख कर भी दे दोगे न तो उनका ई विश्वास नहीं मिटने वाला है कि ..भारत में बना है तो गिरेगा ही .......और फ़िर खेलों से पहले गिरा है तो साले को इतनी कवरेज मिली है कि...ठेकेदार कंपनी लाखों खर्च करके भी अपनी कंपनी का नाम न करवा उतना फ़ेमस न करवा पाता ..तो अंत भला ..नहीं नहीं , "शुरू भला तो अंत टला "॥

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खबर :- दिल्ली में पकडा गया पाक जासूस

नज़र :- यार एक तो ऐसी खबरों का एंगल मुझे समझ में नहीं आता ..इसको क्या मानूं ...पकडा गया पाक ............जासूस ...दिल्ली में ..पकडा गया पाक जासूस .....या कि ..दिल्ली में पाक जासूस आखिरकार पकडा ही गया ....साले तीनों ही एंगल एकदम बकवास लग रहे हैं ..अबे पाक का है तो जासूस ही होगा न , जासूस होगा तो पकडा ही जाएगा न , कोई आतंकवादी तो है नहीं ...और दिल्ली में ही पकडा जाएगा न ...आखिर देश के सफ़ेदपोश से लेकर नकाबपोश अपराधी दिल्ली में ही तो पकडे जाते हैं न ..?? मारो यार इस खबर की हेडिंग ही ऐसी है ..कि क्या खाक लिखें ...


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खबर :- शराब पीकर विमान नहीं उडा पाएंगे पायलट

नज़र :- हा हा हा हा . ये हुई न बात ..यदि मुझे सनसनी की टनटनी टाईप से इसे सुनाना होता तो मैं कहता ......अब .....शराब .....पीकर विमान नहीं उडा पाएंगे पायलट .....तो फ़िर क्या पीकर उडा पाएंगे ....भांग , ताडी , ठर्रा , थैली , पाऊच ....अबे जल्दी बोलो बे इत्ता बर्दाश्त नहीं करता ..बडी ओहदे पर बैठा पियक्कड ...। शराब पीकर ......विमान ...नहीं उडा पाएंगे पायलट .....ओह अच्छा अच्छा ...ये कंडीशन सिर्फ़ विमान ड्राईविंग के मामले में ही लागू हुआ न ...यदि ट्रेन चला कर लडा भिडा दें , बस को ट्रक के सामने टिका दें , या फ़िर ..अरे छोडो या लुब्बोलुआब ये कि ..विमान छोड के बेवडे पायलट ..हल से लेकर हलचल तक सब कुछ चला सकते हैं, न सिर्फ़ चला सकते हैं ..बल्कि ठोंक सकते हैं भेड सकते हैं ...। या एक और एंगल है यार . ...अब शराब पीकर विमान नहीं उडा पाएंगे ............पायलट । हा हा हा तो और कौन उडाएगा बे ..वो परिचारिकाएं ,,उन्हें तो टॉफ़ी से ज्यादा मुछ बांटने की ट्रेनिंग ही नहीं दी जाती ..तो और कौन ...सवारियां ..हा हा हा छोडो यार सनसनी नहीं फ़ैल रही ..कमेडी हो रही है ये तो ..॥

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खबर : सब्जियों के दाम आसमान पर

नज़र :- हमें तो ये शक उसी दिन हो गया था जिस दिन , दिल्ली में बारिश का कंट्युनिटी ....ससुरा ट्रैफ़िक जाम की कंट्युनिटी के साथ ,,,पूरी कंट्युनिटी बैठा लिया था कि हो न हो ....ऊपर जरूर ....क्षीर सागर मंडी में ....प्याज का रेट ..काफ़ी ऊपर तक चला गया कि ..अब जित्ती भी मेनकाएं , देवियां , और भांति भांति के ब्लैक एंड व्हाईट के जमाने की हीरोईनों के नाम वाली अप्सराएं हैं ..वे तो भैय्या बिलख बिलख कर रो रही हैं...ज़ार ज़ार रो रही हैं ...और यहां हम समझ रहे हैं कि ससुरे अमेरिकियों के कारों और एसी वाले घरों ने इतना पादा है कि ..ससुरा ग्लोबल वार्मिंग हो गया है । असलियत तो यही थी कि इस बरसाती मौसम में मूड बनाने के लिए ..सारे देवताओं को ..जिस चखने की जरूरत होती थी ..उसके लिए प्याज का होना जरूरी थी ..और फ़िर जो हुआ वो सामने है ..चलो ये कुछ खबर टाईप की थी ..आखिर " टॉप टू बॉटम " तक की कवरेज थी

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खबर :- अब कपडे भी खरीदिए किस्तों में

नज़र :- आयं .....अबे ई का कह रहे हो ...इत्ती मंदी आ गई क्या बे ..। यार अमेरिका वालों एक तो ,जब तक यार तुम लोग कुछ बताते नहीं हो ..साले इस देश को कुछ पता ही नहीं चलता टेम से ..अबे कसूर हमारा भी नहीं है ....अब कारण भी सुनते जाओ ...जानते हो हमारे यहां किस चैनल की टीआरपी सबसे ज्यादा है ..इंडिया टीवी ....हां तो फ़िर , समझ गए न । चलो अच्छा है यार , अच्छा ये बताओ ..कच्छे और बनियान...तो कंप्लीमेंटरी सर्विस में या फ़िर .....श्योर शॉट लकी ड्रॉ .........में देते हो न कि , वो भी बीस आसान किस्तों में ...एक रुपया रोज ..कच्छा धोने के साबुन के लिए और एक रुपया उसकी किस्त ...जस्ट ए फ़िफ़्टी फ़िफ़्टी एडजस्मेंट प्लांट ..नथिंग ...ढका छुपा यार ..चलो पूरा पैकेज का स्कीम फ़ुल डिटेल में भेजना कभी ...
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खबर :-स्लम विभाग में साढे तीन करोड की हेराफ़ेरी

नज़र :-हा हा हा ...................अबे ये क्या खबर है भाई ..नाम स्लम विभाग .......यानि झुग्गी डिपार्टमेंट ..तो उस हिसाब से तो इसमें हेराफ़ेरी ..ज्यादा से ज्यादा बमुश्किल ....साढे सत्रह रुपए से लेकर ..उन्नीस बीस रुपए तक के बीच में होना चाहिए था ....मगर ये क्या कहा है भाई ...सौ ,हज़ार ,लाख नहीं ....डायरेक्ट करोड ..बल्कि करोडों ...हा हा हा अबे एक बात बताओ .....ये जो करोडों की हेराफ़ेरी कर डाली भाई लोगों ने फ़िर मतलब कि टोटल स्कोप तो और भी ज्यादा था ....तो जब इत्ते करोड का कुल बजट है तो सीधे सीधे उन झुग्गी वालों को दे क्यों नहीं देते ...इत्ते में तो वे सब मजे में सेटल हो लेंगे ...। फ़ि तो बेटा .....इस स्लिम ..ओह स्लम विभाग की जरूरत ही नहीं रहेगी ...हा हा हा ओह ! तभी तो ये नहीं किया जा रहा है ..जय हो स्लम विभाग और करोडो का हेराफ़ेरी ..............

अब चलें ..अबे भाई लोगों ..इत्ता आज ही हंस लोगे तो कल .......

रविवार, 19 सितंबर 2010

प्लास्टिक छोडें , थैला पकडें : शीला दीक्षित ......अरे थैला क्या ...सीधा कटोरा ही पकड ले पब्लिक अब तो

खबर : अयोध्या मामला जाएगा सुप्रीम कोर्ट : आडवाणी


नज़र
:-जी बिल्कुल दुरुस्त फ़रमा रहे हैं लौह पुरूष .....जाना ही चाहिए ..वैसे भी जो मामला सुप्रीम कोर्ट न पहुंचे ...तो फ़िर काहे का मामला जी ..वैसे भी हमारी सुप्रीम कोर्ट खाली बैठी है न .....कोई काम ही नहीं है ...वे तो कह रहे हैं कि ....भेजो जी भेजो और मामले भेजो ..। मगर आडवाणी जी ....इस मामले को साठ बरस हो चुके हैं ....चलते चलते ...। देखिए आप लोग बार बार साठ बरस साठ बरस कह के ..मेरी और वाजपेयी जी की तरफ़ तीर क्यों चला रहे हैं ....जब हम पचहत्तर अस्सी तक चल रहे हैं तो फ़िर ये तो अभी साठा माने पाठा ही हुआ है ...। मगर क्या सुप्रीम कोर्ट जाने से मामला हल हो जाएगा .....। अरे मामला हल हो ...या मामला बैल हो .....बस चलते रहना चाहिए ....तभी तो इस मुद्दे पर अपनी खेती चलती रहेगी ......तो प्रेम से बोलिए ....जय श्री राम ।
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खबर
:-महंगाई चरम पर पहुंचने को तैयार .
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नज़र :- लो तो इसका मतलब अभी चरम पर नहीं है ...अबे तो क्या भरम पर है ...........इत्ती तो हो ही रही है ...तुम्हारा ये चरम वाला लैवल क्या है बे ...ये भी जरा खुल कर बता ही दो ........और जब वो ससुरी पहुंचने को तैयार ही है ...तो काहे का अल्टीमेटम ...दन्न से पहुंच जाने तो उसे .....हम तो तैयार हईये हैं ...जाने कब से ..युगों युगों से ....। हाय एक बार हमें भी चरम तो देखना ही है .....फ़िर चाहे उसके बाद ....एक ठंडी सांस के साथ .....हे राम ...निकल जाए .....और भले उसे अयोध्या मुद्दे से जोड कर सब देखें .....मगर अब तो चरम देखना ही है ......तो कब तक की उम्मीद है ...क्या कहा ...खेल चल रहा है ....खेल खतम पैसा हजम ॥ ______________________________________________________

खबर
:- प्लास्टिक छोडें , थैला पकडें : शीला दीक्षित ....
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नज़र
:- जी इसे कहते हैं दूरदर्शी मुख्यमंत्री .........प्लास्टिक छोडें , थैला पकडें .....। और एक बार जैसे ही थैला पकडने की आदत पडी ..........हें हें हें ....कटोरा पकडने में कितनी देर लगेगी आम पब्लिक को ....वैसे भी शीला दीक्षित जी ने ...पिछले दिनों ...राष्ट्रमंडल खेलों के बहाने से इत्ते जोरदार आइडियाज़ लागू किए हैं और जिस तरह से उनका बजट जुटाया है , फ़िर अभी तो करोडों के गुब्बारे , कुर्सियों , पंखों , दरियों का किराया देना भी बांकी है । मेट्रो की जनता क्या इतनी भी समझदार नहीं है कि समझ सके कि , उन्हें सीधा कटोरा पकडने को कहने जैसा ...अनकलचर्ड काम .....कभी भी शीला नहीं कर सकतीं ....अरे ये कांग्रेस की परंपरा ही नहीं रही जी ............हां कटोरा आप प्लास्टिक का भी ले सकते हैं ...अरे यार उसमें कोई मना नहीं करेगा ....॥
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खबर
:- अब हुई बारिश तो बह जाएंगे बांध ...



नज़र
:- तो न हो बारिश ....मतलब अब बारिश भी तुम लोगों की बांध की ऊंचाई चौडाई , मजबूती कमजोरी ...का पूरा स्टेटस देख कर बारिश हो ...अब भैया ये तो वरूण देवता को पेजर पर मैसेज करना पडेगा कि ..देखो प्रभु ..ये आऊट औफ़ सिलेबस बारिश करवाने की आपको ऐसी क्या जरूरत आन पडी थी ...हम इंसान ,,,खासकर मैट्रो टोनियल इंसान लोग तो ये भूल भी चुके थे कि बारिश ऐसी भी हुआ करती थी कभी ....और अब तो देखो आप स्थिति बांध को बांधने खोलने और टूटने तक पहुंच चुकी है ....अब तो ..अच्छा बांकी की बात अलग से मेल करके बताऊं ...चलिए ठीक है ...
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खबर :- राष्ट्रमंडल खेलों में होगी १२० फ़ीसदी सुरक्षा की गारंटी : गिल

नज़र :- वाह ! ये होता है कॉंफ़िडेंस ....देखा सौ फ़ीसदी नहीं पूरे एक सौ बीस फ़ीसदी .....वैसे गिल साहब आपको पक्का यकीन है कि आप ये बयान सोच समझ के दे रहे हैं कहीं ऐसा तो नहीं कि , बाद में आप गिल नहीं गिल्टी हों ....। क्या कहा ....अब सौ फ़ीसदी कहने पर कोई यकीन नहीं करता ....पिछली बार भी जैसे ही हमने सौ परसेंट कहा था ..ये कसाब की टीम ने सारा एनालिसिस खराब कर के रख दिया था ....इसलिए इस बार प्रतिशत बढा दिया गया है ...वैसे भी राष्ट्रमंडल खेलों के लिए सब कुछ बडा किया जा रहा है तो हमने कहा ये भी लो । जिसने हमारे सौ फ़ीसदी पर यकीन नहीं करना ...उसने ऊपर के बीस पर अपना टाईम खोटी थोडी करना है ....समझते नहीं हो आप _______________________________________________________

खबर
:- राष्ट्रमंडल खेल और रामलीला होंगे साथ साथ


नज़र
:- अच्छा , अच्छा ..दोनों का समय साथ साथ आ गया है इसलिए , क्या कहा नहीं ....मैं गलत समझ रहा हूं फ़िर । दरअसल कहने का मतलब ये है कि जब राष्ट्रमंडल खेल चल रहे होंगे तब सरकार जो कर रही होगी वो रामलीला से कम नहीं होगी ...। लंका दहन की तैयारी पूरी हो चुकी है बस ...थोडा सा फ़ेरबदल ये है कि ....दहन की जगह पर ..लंका डूबन की तैयारी की गई है .....। तो प्रेम से बोलो .....अरे छोडो यार ...मन करे तो बोलो ...न मन करे तो ...

गुरुवार, 24 जून 2010

राष्टमंडल खेलों की तैयारी पूरी .........बस खेलने वाले खिलाडी नहीं मिल पा रहे हैं यार


खबर : राष्ट्रमंडल खेलों की तैयारी लगभग पूरी


नज़र :- वाह वाह ये हुई न बात । वैसे लगभग माने ..तनिक तफ़सील से पता लग जाता तो । अरे काम है महाराज । अब देख तो रहे हैं न , कि मेट्रो गुडगांव तक पहुंचा ही चुके हैं जल्दी ही बरेली और झुमरीतलैया तल भी पहुंच जायेगी । शहर की झुग्गियों में आग लगा लगा कर उसे पहले ही खत्म किया जा चुका है
। जो थोडी बहुत तैयारी अब करने को रह गई है , वो बस ये है कि , दस पंद्रह बार , पेट्रोल गैस की कीमत बढानी है .........अरे हां एक और काम रहा है । यार इन खेलों में भारत की तरफ़ से खेलने वाले खिलाडी नहीं मिल पाए हैं । चलो अभी तो टाईम है उन्हें ढूंढ ही लेंगे ..खेलों के आयोजन से पहले ।
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खबर :- फ़ांसी पर फ़ैसला जल्द


नज़र :- फ़ांसी पर फ़ैसला जल्द लिया जाएगा । आखिर किसी भी बात की हद है यार । अब तो बेचारे अफ़जल और अजमल भी थक चुके हैं । और सुना है कि कह रहे हैं अबे हमें भी तुमने अपने देश के घटिया मुजरिमों में ही हमारा नाम भी शामिल करवा दिया है । हमें नहीं रुकना और ज्यादा । ये बताओ फ़ांसी पर फ़ैसला करोगे ...अब इसके बाद इस फ़ैसले पर फ़ैसला कब लोगे । अरे लेते ही रहोगे तो दोगे कब .......फ़ांसी ।
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खबर :- नई उडान भरने को तैयार सचिन


नज़र :-अरे वाह ये तो बहुत ही बडी खबर है । खासकर ऐसे समय में जब फ़ुटबाल विश्व कप चल रहे हैं । जरूर तेंदुलकर ने मैसी को रिप्लेस करके अंर्जेटीना की टीम में खेलने का निर्णय किया है । क्या कहा नहीं ऐसा कुछ नहीं है । उडान भरने को तैयार .............उंम्म्म्म...फ़िर ..ओह अच्छा अच्छा ये तो और भी अच्छी बात है आज की तारीख में जब एयरलाईंस की हवाईजहाज उडान भरने को तैयार नहीं रहते , कमबख्त उडान मरने को तैयार रहते हैं ऐसे में सचिन उडान भर रहे हैं तो .......। अरे रे रे ..ये बात भी नहीं है , सचिन को भारतीय वायो सेना ने ग्रुप कैप्टन की मानद उपाधि देने का फ़ैसला लिया है । यार ये मानद उपाधि का चक्कर मेरे पल्ले आज तक नहीं पडा । चलो उडो उडो जी ।
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खबर :- ब्ल्यू लाईन बस ने ली दो की जान


नज़र :- वाह दिल्ली वालों को यूं तो नाज़ नहीं है ब्ल्यू लाईन बसों पर । लाख मैट्रो आ जाए , लाख नई नई कारें आ जाएं , रेडियो टैक्सी आ जाए । जो मारक क्षमता ब्ल्यू लाईन बसों की है ..और वो भी consistently .., हालांकि सरकार ने , पुलिस ने , खुद न्यायपालिका ने भी इसमें रोडे अटकाने की बहुत कोशिश की , वो performance , वो उपलब्धि किसी और की भी नहीं है । और सबसे मजे की बात है कि ब्ल्यू लाईन बसें इतनी बाधाओं के बावजूद अभी भी लगातार अपने स्कोर बोर्ड में बढोत्तरी करती जा रही है । और एक खासियत और भी है , ये कभी भी भेदभाव नहीं करतीं । कार में , सायकल में , स्कूटर में , या फ़िर कोई पैदल ही चला जा रहा हो ,,,इनकी मारक क्षमता से कोई बच नहीं सकता । सुना तो गया है कि इसे भारतीय सेना में भी शामिल करने की बात चल रही है ।


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खबर :जांच में एक दर्जन पुलिस टीम , नहीं लगा अब तक सुराग


नज़र :- अरे दर्जन के हिसाब से ये काम करोगे तो क्या खाक सुराग लगेगा, और फ़िर इतनी भी अक्ल नहीं है कि , आजकल केलों का सीजन थोडी है जो दर्जन का भाव लगा के पुलिस टीम तैयार की है । अरे भाई साहब , आजकल आम का मौसम चल रहा है , इसलिए मेरी मानिए तो तो किलो का पैमाना ही ठीक रहेगा । और फ़टाफ़ट चार पांच किलो पुलिस टीम को जांच में लगाईये , देखिए सुराग तो सुराग ....पूरा खजाना ही हाथ लग जाएगा । फ़िर किलो के भाव मिल भी जाएंगे ये आसानी से क्या कहते हैं ।