ताजा माल ............ |
इस खबर पर :-पाकिस्तानियों की तरह बडा नहीं है भारतीयों का दिल : शाहिद अफ़रीदी
मेरी नज़र :- काहे बे शाहिद ?? पाकिस्तानी लोगों का दिल कौनो ब्लू व्हेल का लगा है कि घडियाल का दिल है बे ..आ कि दरियाई घोडा का है ..ड्रेगन हार्ट तो नय है बे तुम लोगों का ..अबे साले शरम नहीं आता है ..माने अपना देश में जाके कुछो मुंह फ़ाड दो ....बेट्टा अफ़रीदी जान तो रहे हैं कि ई सब काहे के लिए बोले हो ताकि तुम्हरा ठुकाई न हो वहां पे और बुर्का पहिन के न घूमना पडे तुम लोग को ...अबे एक तो पहिले ही तुम अपना बेटिया को सिखा के आ गए थे कि हारने पर मिस्बाह चचा को ही फ़ंसाना ..ऊ एकदम्मे बराबर बोली ..और अब तुम भी शुरू हो गए ।अबे एक बात बताओ खाली .....जो देश कसाब और अफ़ज़ल जैसे लप्पडचोट्टों को ..साले इंसान के भेष में शैतान और हैवान लोग को भी यहां दामाद की तरह बिठा के खिला रहा है ....उस देश का दिल का तुलना कर रहे हो बे ..अबे चल भकलोल ..साले पिटाने के डर से अनाप शनाप बकवास कर रहे हो करे जाओ ..बेट्टा अगिला में भी बहुत थुराओगे ..विश्व कप में तो तुम्हरे नाना भी तुम लोग को नहीं जिता सकते हैं ..समझे बे ..
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इस खबर पर :-मनरेगा में भ्रष्टाचार लाइलाज : योजना आयोग
मेरी नज़र :- हा हा हा हा ..बाह बाह ..ई हुई न बात ....कभी प्रधानमंत्री जी कभी मोंटेक जी ...इंस्टॉलमेंट में अपना अपना मजबूरी को बयान कर रहे हैं ....क्या बात है वाह ? देखिए जी आयोग जी ...अब आप अपना ये मजबूरी का राग अलापते रहिए ..लेकिन अब जनता ने ई जो आप लोगों का मनरेगा मनोरोग ..जिसको आप लोग लाइलाज बनाए और बताए हुए हैं न चोर जी .....अब जनता आप लोगों के गले में ऐसा जंतर बांध के ऐसा न मंतर फ़ूंकने की तैयारी में हैं कि आप अपने मजबूरी समेत ..लुढक लेंगें ..आखिर क्या किया जाए ..कित्ते न मजबूर हैं आप लोग ...तो घर बैठ जाइए न अब ..जनता सडकों पर आ चुकी है ...और जब जनता सडकों पर आती है न तो नेता सडक पर भीख मांगने लायक भी नहीं बचता .....समज गए न ....नहीं...........मेंटॉस खाओ ..दिमाग की बत्ती जलाओ ,...वर्ना जनता तो जला ही देगी ...
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इस खबर पर :-रैना के परिजनों से मिलने पहुंचे राजनाथ
मेरी नज़र :- रैना के परिजनों से ...........हां हां ये तो भूल ही गए थे .,...भई अभी ही तो वो समय है जब सब लोग .....नेता मीडिया , चमचे सब ...खिलाडियों के परिजन , उनके कपडे प्रैस करने वाले , उनके नाना दादा , उनके पडोसी , उनकी गली में गोलगप्पे बेचने वाले , सबसे मिलने पहुंचेंगे और पूछ डालेंगे इन खिलाडियों की सफ़लता का राज़ ....जिसे सुनकर वे खिलाडी खुद भी चकित हो जाएंगें ....कमाल है यार ..गंभीर सोच रहा होगा ....आयं तो वो गंभीर पारी इसलिए मारी थी क्योंकि ...उनको गोलगप्पे खिलाने वाला उनके गोलगप्पे में मीठी चटनी भी डालता था ...देखा न इसे कहते हैं एक्सक्लुसिव मीडिया ...जय हो जय हो ..जय जय हो जी ....अरे जारी रखिए महाराज ..अगले विश्व कप तक सारे परिजनों से बारी बारी मिल ही लेना चाहिए ...ब्लूऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊ________________________
इस खबर पर :-कुट्टू का मिलावटी आटा खाने से सैकडों लोग बीमार
मेरी नज़र :-ओह ये तो बहुत ही गंभीर बात है ...आखिर कब तक ऐसा होता रहेगा ....कब तक लोग इसी तरह बीमार पडते रहेंगे .....वो भी मिलावटी आटा दाल चावल सब्जी दवाई खा खा कर ..अब तो लोगों को इसके लिए खुद को एडजस्ट कर लेना चाहिए । कमाल है यार ये तो ..मतलब कि ये तो हद हो गई ..आम जनता जब सब कुछ हजम कर रही है पचा रही है .,....भ्रष्टाचारी नेता , घूसखोर मंत्री , निक्कमे अफ़सर और कामचोर अधिकारी तक को लोग आराम से पचा रहे हैं तो मुएं इस कुट्टु के आटे को खाकर लोगों को बीमार पडने की इजाजत कतई नहीं दी जा सकती है ..ये तो सरासर ..विकास को बाधा पहुंचाने के वाली बात है ।
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इस खबर पर :-सीमा पर फ़िर जुटी चीन की सेना
मेरी नज़र :-भई ये चीन की सेना बहुत मेहनती है जब तब सीमा पर आ जुटती है ...कभी वहां लगे पत्थरों पर लाल रंग से कुछ लिख जाती है ..तो कभी कोई और कारनामा कर जाती है ..और सेना ही क्यों वहां के मानचित्र बनाने वाले भी कोई कम मेहनती नहीं हैं ..वे भी हर साल नया मानचित्र तैयार करते हैं ..जबकि धरती के आकार में कोई बदलाव नहीं होता मगर वे पट्ठे कर डालते हैं ..कभी मणिपुर पेंटिंग बना डालते हैं तो कभी नागालैंड पेंटिंग ..वैसे मुझे लगता है कि इस बार वे जरूर ही भारत की बढी हुई जनसंख्या के कारण ये चैक करने आए होंगे कि हमारा स्कोर कितना हुआ है ...
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इस खबर पर :-बस की छत से मिले पांच करोड रुपए
मेरी नज़र :-आयं ...........बस की छत से ...अरे कौन सी बस थी भाई ...यार छत पर बैठ के तो हम भी खूबे चले हैं लेकिन आज तक मुईं ऐसी एक भी बस नहीं मिली कमबख्त जिस पर पांच करोड , पांच लाख तो दूर पांच रुपए तक नसीब नहीं हुए ....अबे मिले किसको ये पांच करोड यही बता दो ...हाय हाय बस मालिक को , ड्राइवर को , कंडक्टर को अबे कौन है वो किस्मत वाला ...धत तेरे कि ...किसी को भी नहीं सरकारी खाते में गए ..अबे तो ये बोलो न कि जिन चोरों के थे उन्हीं को मिल गए दोबारा से ..।
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इस खबर पर :-दिल्ली है देश का सबसे प्रदूषित शहर
मेरी नज़र :-हां तो इसमें खबर जैसी कौन सी बात है भई ...दिल्ली ही होगा ...यार सीधी सी बात है कि जब देश भर से चुन चुन कर सबने अपने सबसे गंदे लोगों को यहां बाकायदा एक बडा सा गोलघर दे दिया है गंद फ़ैलाने के लिए ..खाने और मल त्यागने के लिए ..इनके साथ ही सभी बडे बडे अधिकारी भी न सिर्फ़ अपना सारा दूषण बल्कि अपनी गाडी , अपने घरों का गंद भी उगल रहे हैं रात दिन उगल रहे हैं तो फ़िर दिल्ली को फ़र्स्ट पोजीशन पाने से कौन रोक सकता है भला । और तनिक रिजल्ट का दायरा बढाइए तो ..सिर्फ़ प्रदूषण ही नहीं अपराध , दुर्घटना , जैसे कारनामों में भी फ़र्स्ट पोजीशन ही पाएगी दिल्ली ...और सरकार हमारी दिल्ली प्यारी दिल्ली डिरियाते डिरियाते ही झूम रही है
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इस खबर पर :-दो और फ़र्जी पायलट गिरफ़्तार हुए
मेरी नज़र :-अबे अब क्या हवाई जहाज़ों को उतार उतार के भी गिरफ़्तार कर लोगे क्या ..अरे उडा लेने दो यार ..जब इत्ते बरसों से वो हवाई जहाज को बस कार और बाइक की तरह उडाए चले जा रहे हैं ..अब पसिंजर को कौन सा पता होता है कि भाई लोगों ने पायलट बनने का लायसेंस भी मोटर ड्राइविंग स्कूल के दलाल को देकर ही सस्ते में तभी बनवा लिया था जब उसने नकली ड्राइविंग लाइसेंस बनवा के दिया था ।फ़िर ये कौन सी नई बात हुई भला ..आखिर ..जब कंडक्टर को ड्राइवर बनते हुए नहीं रोका जा सकता है और वो भी धडाधड चला ही रहे हैं बस तो फ़िर पायल्ट क्यों नहीं ..फ़िर लिखा भी तो होता ही है कि सवारी अपने सामान का ध्यान स्वयं रखें ..अब लिख दिया जाएगा कि सिर्फ़ सामान का ही नहीं अपना ध्यान भी खुद ही रखें
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इस खबर पर :-बाचा की मौत के मामले में सीबीआई ने शुरू की जांच
मेरी नज़र :-अरे सीबीआई ने फ़िर शुरू कर दिया क्या जांच जांच खेलना ....वैसे सीबीआई को आरुषि केस में मिली अपार सफ़लता के बाद कुछ दिनों के रेस्ट का किटकैट ब्रेक तो बनता ही था ..लेकिन सरकार है कि घूमफ़िर कर सीबीआई को हर बार ये मैच खेलने का मौका देती है ..अरे भाई बांकी एजेंसी भी तो हैं फ़िर जब रिजल्ट सेम टू सेम ...और शेम शेम वाला ही निकलना है तो फ़िर ..सीबीआई को ही अकेले ये क्रेडिट लेने क्यों दिया जाए ..होमगार्ड जवानों को ही दे देनी चाहिए ..सीबीआई को अब कुछ दिनों तक ..चौकीदारी का काम करने के लिए दे देना चाहिए
आज की राम राम ...मिलते हैं अगली खबर और उस पर मेरी नज़र के साथ .......
वैसे एक बात पूछे आपसे ... यह इतनी मलाई कहाँ से ले कर आते है आप जूते में लगाने के लिए ... खूब लपेट लपेट के मारे है !!
जवाब देंहटाएंअरे काहे टेंशनवा ले रहे हैं आप??? कहिये ना उनसे कि जन्तुविज्ञान पढ़िए ना जाके.. वो क्या है कि शेरों के दिल छोटे ही होते हैं. लेकिन ख़ास बात तो ये कि हमारे छोटे दिल में पूरी दुनिया समा जाती है और उनके बड़े दिल में पूरे पाकिस्तानी ही नहीं समा पाते, दुनिया की कौन बात करे. समझ रहे हैं ना? ;)
जवाब देंहटाएंखबर इधर को पढ़ने में अच्छी लगती है।
जवाब देंहटाएंखबर अपने आप रोचक हो जाती है आपकी कलम पाकर... :)
जवाब देंहटाएंबड़े दिनों बाद मिलीं ऐसी खबरें.
जवाब देंहटाएंkhabron ke khabar pe sabki nazar
जवाब देंहटाएंkahti hai yahi thori aur rapat...
pranam.
आपके ब्लॉग पर आकर भारत की वास्तविक स्थिति की जानकारी आपके आक्रोश के रूप में मिल जाती हे.
जवाब देंहटाएंभइया ,तुमने ऊ जो अफरिदिया को लप्पड लगाया है ऊ ससुर सिद्धे पाकिस्तान तक झनझनाया होई....
जवाब देंहटाएंखबरों की मुरम्मत में आप तनिकौ मुरव्वत नय करत हैं...बड़ी नाइंसाफी है !